Wednesday, August 27, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

ऑपरेशन कालनेमि: कलियर उर्स में सुरक्षा जांच के दौरान दो बांग्लादेशी समेत 13 ढोंगी गिरफ्तार

देहरादून/रुड़की। कलियर में चल रहे साबिर पाक के सालाना उर्स के दौरान पुलिस ने सुरक्षा कड़ी करते हुए ऑपरेशन कालनेमि के तहत बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार को की गई चेकिंग और खुफिया जांच के दौरान दो बांग्लादेशी नागरिकों समेत कुल 13 ढोंगियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक फर्जी नामों से कलियर में छिपकर रह रहे थे।

विदेशी पासपोर्ट अधिनियम के तहत कार्रवाई
पुलिस ने दोनों बांग्लादेशियों के खिलाफ विदेशी पासपोर्ट अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं अन्य ढोंगियों का चालान किया गया। अधिकारियों ने साफ कहा कि धार्मिक आयोजनों की आड़ में अपराधियों को प्रदेश में किसी भी हाल में जगह नहीं दी जाएगी।

पहले भी पकड़ा जा चुका है एक बांग्लादेशी
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने रुड़की कोतवाली में प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि गिरफ्तार बांग्लादेशियों में मोहम्मद उज्ज्वल निवासी मासिमपुर थाना द्वारा बाजार, जनपद सुनमगंज (बांग्लादेश) शामिल है, जो कलियर में बाबा मोहन के नाम से रह रहा था। वह मार्च 2020 में भी कलियर से अवैध रूप से पकड़ा गया था और सजा पूरी करने के बाद बांग्लादेश भेजा गया था। इसके बावजूद उसने दोबारा भारत में घुसपैठ की और फिर से कलियर में डेरा जमा लिया।
इसी तरह मोहम्मद युसूफ उर्फ इसुफ निवासी बांग्लादेश को भी पकड़ा गया, जो शंकर बाबा के नाम से रह रहा था।

अन्य राज्यों के ढोंगी भी दबोचे गए
इसके अलावा पुलिस ने अलग-अलग राज्यों से आए 11 और ढोंगियों को भी गिरफ्तार किया। इनमें मुस्तफा हुसैन (श्रावस्ती, यूपी), मोहम्मद ईशा (अजमेर, राजस्थान), पुरण (बिजनौर, यूपी), यासीन शाह वारसी मस्तान (बाराबंकी, यूपी), पप्पू (हापुड़, यूपी), जमील (फरीदाबाद, हरियाणा), मकसूद (उज्जैन, एमपी), रामकुमार व सतपाल (पंचकुला, हरियाणा), मोहम्मद दिलशाद (रुड़की) और असलम अली (पिरान कलियर) शामिल हैं।

कलियर बना बांग्लादेशियों का ठिकाना
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पिछले दस वर्षों में कलियर से दस से अधिक बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अक्सर बांग्लादेशी नागरिक धार्मिक स्थल के इस क्षेत्र को सुरक्षित ठिकाना मानते हुए यहां शरण लेते हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस बार पकड़े गए दोनों बांग्लादेशी दो दिन पहले ही कलियर पहुंचे थे और फर्जी पहचान के सहारे यहां रह रहे थे।

कड़ी निगरानी का आश्वासन
एसएसपी डोबाल ने कहा कि उर्स के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। खुफिया एजेंसियों और पुलिस की संयुक्त टीम लगातार निगरानी कर रही है और संदिग्धों पर विशेष नजर रखी जा रही है। उन्होंने साफ किया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।

Popular Articles