Tuesday, September 9, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

बिलावल भुट्टो की धमकी—’सिंधु जल समझौता रद्द हुआ तो युद्ध तय’

पाकिस्तान की राजनीति और सेना इन दिनों भारत के खिलाफ लगातार युद्ध की धमकियां दे रही है। पाक आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर के हालिया आक्रामक बयानों के बाद अब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने भी भारत को खुलेआम युद्ध की चेतावनी दे दी है।
बिलावल भुट्टो ने अपने भाषण में स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया। इस सैन्य अभियान की चर्चा पाकिस्तान के राजनीतिक गलियारों और आम जनता के बीच तेजी से हो रही है, जिससे वहां बेचैनी और असुरक्षा का माहौल है।
सिंधु जल समझौते पर विवाद की चिंगारी
भुट्टो ने कहा कि यदि भारत सिंधु जल समझौता रद्द करता है, तो पाकिस्तान के पास युद्ध के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचेगा।
उन्होंने आवाम को भड़काते हुए कहा—
“आप लोग युद्ध लड़कर सभी छह नदियों का पानी वापस हासिल कर सकते हैं। अगर भारत अपने इरादों से पीछे नहीं हटता, तो हमें हथियार उठाने होंगे।”
सिंधु जल समझौता (1960) के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच नदियों के जल बंटवारे की व्यवस्था तय है। भारत के जल संसाधन प्रबंधन में बदलाव की चर्चा से पाकिस्तान में आशंका और गुस्सा बढ़ा है।
ऑपरेशन सिंदूर का खौफ

बिलावल ने अपने भाषण में साफ कहा—

“हमने युद्ध शुरू नहीं किया था। लेकिन अगर भारत, ऑपरेशन सिंदूर जैसी कार्रवाई करेगा, तो पाकिस्तान के हर प्रांत के लोग आपके खिलाफ युद्ध के लिए तैयार हैं।”
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में यह धारणा बनी है कि भारत भविष्य में भी इसी तरह के रणनीतिक हमले कर सकता है, जिससे उसकी रक्षा और जल संसाधन सुरक्षा कमजोर हो सकती है।
असीम मुनीर की मिसाइल और परमाणु धमकी
इससे पहले, पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अमेरिका दौरे के दौरान भी आक्रामक बयान दिए थे। उन्होंने भारत पर मिसाइल और परमाणु हमले की अप्रत्यक्ष धमकी देते हुए कहा था—
“अगर भारत सिंधु पर बांध बनाएगा, तो हम उस पर 10 मिसाइलें गिरा देंगे। सिंधु नदी भारतीयों की निजी संपत्ति नहीं है।”
मुनीर ने यह भी कहा था कि पाकिस्तान ऐसे कदम उठाएगा जिससे कई देश भी प्रभावित होंगे—जो परमाणु हमले के संकेत के रूप में देखा गया।
भारत की प्रतिक्रिया पर नजर
अब राजनीतिक और रणनीतिक हलकों की नजर भारत की आधिकारिक प्रतिक्रिया पर है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की यह बयानबाजी घरेलू राजनीतिक दबाव, आर्थिक संकट और सैन्य असफलताओं को छिपाने की कोशिश है।
________________________________________
अगर आप चाहें, तो मैं इस पर एक इन्फोग्राफिक लेआउट भी तैयार कर सकता हूँ, जिसमें
• सिंधु जल समझौते का संक्षिप्त इतिहास
• ऑपरेशन सिंदूर की झलक
• पाकिस्तान के नेताओं के हालिया धमकी भरे बयान
दिखाए जा सकें—ताकि अखबार में यह और विज़ुअली प्रभावी लगे।

Popular Articles