टेस्ला और उसके सीईओ एलन मस्क पर शेयरधारकों ने मुकदमा दायर किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उन्होंने रोबोटैक्सी के दावों को लेकर झूठे वादे किए थे। शेयरधारकों का आरोप है कि मस्क ने टेस्ला की ‘ऑटोपायलट’ और ‘फुल सेल्फ-ड्राइविंग’ तकनीक की क्षमताओं के बारे में झूठे दावे किए, जिससे उन्हें धोखा हुआ। उनका कहना है कि मस्क ने इन तकनीकों को वास्तविक से अधिक सक्षम दिखाया, जिससे निवेशकों को यह विश्वास हो गया कि टेस्ला रोबोटैक्सी सेवा जल्द ही बाजार में उपलब्ध हो जाएगी। शेयरधारकों ने यह भी आरोप लगाया है कि मस्क ने अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए टेस्ला का इस्तेमाल किया है, जिससे कंपनी को नुकसान हुआ है। यह मुकदमा ऑस्टिन (टेक्सास) की संघीय अदालत में दायर किया गया है। इसमें टेस्ला के बोर्ड के सदस्यों को भी प्रतिवादी बनाया गया है। यह मुकदमा टेस्ला के लिए एक महत्वपूर्ण कानूनी चुनौती है। इसका परिणाम शेयरधारकों और कंपनी दोनों के लिए अहम हो सकता है। बता दें कि जून के अंत में टेस्ला ने रोबोटैक्सियों का पहला सार्वजनिक परीक्षण किया था। इसमें रोबोटैक्सियों को तेज गति से गाड़ी चलाते, अचानक ब्रेक लगाते, फुटपाथ से आगे निकलते, गलत लेन में प्रवेश करते और सड़कों के बीच में यात्रियों को उतारते हुए पाया गया था। परीक्षण शुरू होने के बाद दो दिनों में ही टेस्ला के शेयर की कीमत में 6.1% की गिरावट दर्ज की गई थी। शेयरधारकों ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता पर अपनी स्वचालित ड्राइविंग तकनीक की प्रभावशीलता को बढ़ा-चढ़ाकर बताने और अपनी व्यावसायिक संभावनाओं और शेयर की कीमत को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने का आरोप लगाया है।