सावन के दूसरे सोमवार को पूरे उत्तराखंड में शिवभक्ति की बयार बहती रही। प्रदेशभर के प्रमुख शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। भक्तों ने सुबह से ही मंदिरों की ओर रुख किया और ‘हर-हर महादेव’, ‘बोल बम’ के जयघोष के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पत्नी गीता धामी के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। उन्होंने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना करते हुए जलाभिषेक किया।
राज्यभर के शिव मंदिरों में दिखी भक्ति की गूंज
- श्रीनगर स्थित कटकेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर प्रशासन की ओर से जलाभिषेक के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी।
- देहरादून के धर्मपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में सुबह से ही शिवभक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं। भक्तों ने जल, बेलपत्र, भस्म व दूध अर्पित कर भगवान शिव का अभिषेक किया।
- आराघर स्थित पंचायती मंदिर में भी श्रद्धालु शिवलिंग पर जल चढ़ाने पहुंचे। मंदिर समिति की ओर से विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया।
श्रावण सोमवार के अवसर पर प्रदेश में विशेष धार्मिक माहौल देखने को मिला। व्रतधारियों और कांवड़ियों की सहभागिता ने वातावरण को पूरी तरह शिवमय बना दिया।
सावन: शिवभक्ति का पर्व
श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा का विधान है। श्रद्धालु उपवास रखकर शिवालयों में जल अर्पित करते हैं और अपने जीवन में सुख, शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्रार्थना करते हैं। यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक ऊर्जा का भी उत्सव बन चुका है।