संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तीखा टकराव देखने को मिला। अमेरिका ने चीन पर रूस की आक्रामकता को परोक्ष समर्थन देने का आरोप लगाया, जबकि चीन ने वाशिंगटन पर टकराव भड़काने और दोषारोपण की राजनीति करने का आरोप लगाया।
🔹 अमेरिका का आरोप: चीन कर रहा रूस को सहयोग
संयुक्त राष्ट्र में कार्यवाहक अमेरिकी राजदूत डोरोथी शीया ने परिषद की बैठक में कहा कि:
“सभी देशों को रूस को ‘दोहरे उपयोग वाली वस्तुओं’ (Dual-Use Items) का निर्यात तत्काल बंद करना चाहिए। खासकर चीन, जिसके उपकरण युद्ध में रूस द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं।”
उन्होंने दावा किया कि रूस के ड्रोन, हथियारों और सैन्य वाहनों में चीन निर्मित पार्ट्स और तकनीकें पाई गई हैं, जो बीजिंग के निर्यात नियंत्रण के दावे को झुठलाती हैं।
🔹 चीन का पलटवार: हमने युद्ध शुरू नहीं किया
इस पर चीन के उप संयुक्त राष्ट्र राजदूत गेंग शुआंग ने कड़ा जवाब देते हुए कहा:
“चीन यूक्रेन युद्ध का पक्षकार नहीं है। हमने कभी घातक हथियारों की आपूर्ति नहीं की और दोहरे उपयोग की सामग्रियों पर सख्त नियंत्रण रखा है।”
उन्होंने अमेरिका पर पलटवार करते हुए कहा:
“हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह यूक्रेन मुद्दे पर दोष मढ़ना बंद करे और टकराव बढ़ाने के बजाय शांति वार्ता और युद्धविराम की दिशा में रचनात्मक भूमिका निभाए।”
🔹 क्या हैं दोहरे उपयोग वाली वस्तुएं?
दोहरे उपयोग वाली वस्तुएं वे होती हैं जिनका उपयोग नागरिक और सैन्य – दोनों क्षेत्रों में किया जा सकता है, जैसे कि ड्रोन, इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स, चिप्स, संचार उपकरण आदि। अमेरिका का दावा है कि रूस इन्हीं वस्तुओं का उपयोग युद्ध में कर रहा है।