जिले के मनोहरथाना ब्लॉक स्थित पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय की छत अचानक भरभराकर गिर गई। इस हादसे में अब तक चार बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 17 से अधिक छात्र घायल बताए जा रहे हैं।
घटना उस समय हुई जब बच्चे कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे। छत गिरते ही कई छात्र मलबे में दब गए। चीख-पुकार के बीच शिक्षकों और ग्रामीणों ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया, जिसके बाद घायलों को बाहर निकाला गया और उन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
झालावाड़ के एसपी अमित कुमार ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार तीन से चार छात्रों की मौत हुई है और 17 घायल हैं। सभी घायलों का इलाज नजदीकी सरकारी अस्पताल में चल रहा है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रशासन और सरकार की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। राहत एवं बचाव कार्य अब भी जारी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए अधिकारियों को त्वरित जांच और सहायता के निर्देश दिए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्कूल भवन काफी पुराना और जर्जर स्थिति में था, लेकिन उसकी मरम्मत को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया था। यह घटना न केवल सुरक्षा उपायों की गंभीर चूक को उजागर करती है, बल्कि ग्रामीण इलाकों के शैक्षणिक ढांचे की अनदेखी पर भी सवाल उठाती है।
मांगें और अगला कदम
घटना के बाद ग्रामीणों और परिजनों में आक्रोश व्याप्त है। वे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मृतक छात्रों के परिजनों को मुआवजे की मांग कर रहे हैं। वहीं, शिक्षा विभाग ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
यह हादसा एक बार फिर देश में सरकारी स्कूलों की भौतिक संरचना की स्थिति और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गहन चिंतन की आवश्यकता को उजागर करता है।