Friday, July 18, 2025

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ट्रंप की नीतियों से असंतोष बढ़ा: आधे अमेरिकी मानते हैं, हुआ नुकसान; 1600 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन की तैयारी

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की नीतियों को लेकर देशभर में असंतोष गहराता जा रहा है। एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर के ताजा सर्वे के मुताबिक, लगभग आधे अमेरिकी वयस्कों का मानना है कि ट्रंप की नीतियों ने उन्हें नुकसान पहुंचाया है, जबकि केवल एक-चौथाई लोग इसे लाभकारी मानते हैं।

 

 जनता के बीच गहराता असंतोष

  • अर्थव्यवस्था, आव्रजन, सरकारी खर्च और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे प्रमुख मुद्दों पर ट्रंप को बहुमत का समर्थन नहीं मिला
  • केवल 4 में से 1 अमेरिकी मानता है कि ट्रंप की नीतियों से उसे मदद मिली।
  • 10 में से 2 लोगों का कहना है कि नीतियों का कोई असर नहीं हुआ, जबकि लगभग 50% लोगों को नुकसान महसूस हुआ है।

 

 रिपब्लिकन के भीतर भी मतभेद

  • जहां डेमोक्रेट्स में व्यापक असंतोष देखा गया, वहीं कुछ रिपब्लिकन समर्थक भी नीतियों से असहमत हैं।
  • आव्रजन और सरकारी खर्च जैसे मुद्दों पर ट्रंप की नीति को अधिकांश अमेरिकियों ने खारिज कर दिया है।
  • केवल 43% लोग आव्रजन नीति से सहमत हैं, और सरकारी खर्च प्रबंधन में भी ट्रंप को कम समर्थन मिला।

 

 पूरे देश में विरोध की तैयारी

  • ट्रंप की नीतियों के विरोध में देशभर के 1600 से ज्यादा स्थानों पर प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।
  • प्रदर्शन मेडिकेड में कटौती, निर्वासन नीति और लोकतांत्रिक मूल्यों पर खतरे के खिलाफ केंद्रित होंगे।
  • आयोजकों ने प्रदर्शनों को शांतिपूर्ण बनाए रखने की अपील की है।

 

 विरोध की बड़ी लहर: प्रमुख शहरों में जुटेगा जनसमर्थन

प्रदर्शन के प्रमुख केंद्र होंगे:

  • शिकागो – रैली का मुख्य आयोजन स्थल
  • अटलांटा, सेंट लुइस, ओकलैंड (कैलिफोर्निया), एनापोलिस (मैरीलैंड) – बड़े विरोध की तैयारी

 

 “तानाशाही की ओर बढ़ता प्रशासन” – लिसा गिल्बर्ट

पब्लिक सिटीजन की सह-अध्यक्ष लिसा गिल्बर्ट ने कहा:

हम अमेरिका के इतिहास के सबसे भयावह दौर से गुजर रहे हैं। प्रशासन में तानाशाही और अराजकता बढ़ रही है। लोकतंत्र और अधिकारों को चुनौती दी जा रही है।”

 

 पृष्ठभूमि: पहले भी हुए हैं बड़े विरोध

  • ट्रंप के पहले कार्यकाल में भी आव्रजन नीति को लेकर भारी प्रदर्शन हुए थे।
  • हाल ही में लॉस एंजेलिस में छापेमारी के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर उतरे थे, जिसके बाद नेशनल गार्ड तक की तैनाती करनी पड़ी थी।

 

 निष्कर्ष:

डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर देश दो धड़ों में बंटा नजर आ रहा है।
नीतियों के सामाजिक और आर्थिक असर को लेकर गहरी नाराजगी है, और अब यह असंतोष सड़कों तक पहुंच चुका है।
आगामी महीनों में ये विरोध प्रदर्शन राजनीतिक माहौल को गर्माने और ट्रंप की छवि पर गहरा प्रभाव डालने वाले साबित हो सकते हैं।

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