रूस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान में सुरक्षा परिषद के उपप्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने एक साक्षात्कार में पश्चिमी देशों को सीधी चेतावनी दी है कि यदि यूक्रेन में तनाव और बढ़ा, तो रूस पश्चिमी देशों पर हमला करने को मजबूर हो सकता है। उन्होंने साफ कहा कि यूक्रेन को नाटो और अमेरिका की ओर से मिल रहे हथियारों ने संघर्ष को और भीषण बना दिया है।
❖ “फिलहाल कोई योजना नहीं, लेकिन…”
मेदवेदेव ने कहा कि अभी रूस की नाटो सदस्य देशों पर हमला करने की कोई योजना नहीं है, लेकिन अगर स्थिति और बिगड़ी, तो रूस “पूरी ताकत से” जवाब देगा। उन्होंने अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो को बकवास करार दिया और पश्चिमी नेताओं के बयानों को “मूर्खतापूर्ण” बताया।
❖ ट्रंप की ’50 दिन’ की समयसीमा और नई चेतावनी
यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वे 50 दिन के भीतर यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए शांति समझौता करवाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने और यूक्रेन को हमला करने वाले हथियार देने का भी ऐलान किया है।
❖ अमेरिका ने तेज की यूक्रेन को हथियार आपूर्ति
- अमेरिका, स्विट्जरलैंड से ऑर्डर किए गए पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम को यूक्रेन भेजने की तैयारी में है।
- इसके अलावा 1,300 किलोमीटर तक मार करने वाले ड्रोन की खरीद की भी योजना है।
- यह कदम रूस के हालिया हवाई हमलों से सुरक्षा के लिए उठाया गया है।
❖ यूक्रेन में नई प्रधानमंत्री की नियुक्ति
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पूर्व वित्त मंत्री यूलिया सेरिडेंको को नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। यूलिया अब अमेरिका के साथ खनिज समझौते और आर्थिक सहयोग जैसे मुद्दों पर रणनीतिक वार्ता करेंगी।
❖ शवों की अदला-बदली
युद्ध के बीच रूस और यूक्रेन ने इस्तांबुल समझौते के तहत एक-दूसरे के मारे गए सैनिकों के शवों की अदलाबदली की है। यह एक दुर्लभ मानवीय पहल है, जो हालात की गंभीरता के बीच थोड़ी राहत लेकर आई है।