अमेरिका में ट्रंप प्रशासन की नीतियों के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। गुरुवार को आयोजित ‘नेशनल एक्शन डे’ के अवसर पर नागरिक अधिकारों, अप्रवासन नीति और स्वास्थ्य सेवाओं में कटौती के खिलाफ देशभर में 1600 से अधिक स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए।
क्यों हो रहा है विरोध?
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ट्रंप प्रशासन:
• अप्रवासन के मामले में कठोर रवैया अपना रहा है।
• स्वास्थ्य सेवाओं और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में कटौती कर आम जनता के अधिकारों का हनन कर रहा है।
• नागरिक स्वतंत्रता, लोकतंत्र और मानवाधिकारों को कमजोर कर रहा है।
किसने किया आयोजन?
प्रदर्शन का नेतृत्व कई सामाजिक संगठनों और नागरिक अधिकार समूहों ने किया।
पब्लिक सिटीजन संगठन की सह-अध्यक्ष लिजा गिलबर्ट ने कहा:
“हम बेहद कठिन दौर से गुजर रहे हैं। इस सरकार में नागरिक अधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला हो रहा है।”
प्रमुख शहरों में प्रदर्शन:
• अटलांटा
• सेंट लुइस
• ऑकलैंड (कैलिफोर्निया)
• एनापोलिस और मैरीलैंड
अप्रवासन नीति को लेकर गुस्सा
ट्रंप प्रशासन अब तक लाखों अवैध अप्रवासियों को निर्वासित कर चुका है और कई पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
• बीते महीने लॉस एंजिलिस में हुई एक छापेमारी के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसके बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने नेशनल गार्ड्स की तैनाती के आदेश दिए थे।
• कैलिफोर्निया के डेमोक्रेट गवर्नर ने इसे राज्य अधिकारों में हस्तक्षेप करार दिया था।
स्वास्थ्य सेवाओं पर कटौती
ट्रंप प्रशासन स्वास्थ्य बजट में कटौती की योजना पर काम कर रहा है, जिससे:
• लाखों अमेरिकी स्वास्थ्य बीमा से बाहर हो सकते हैं।
• कई सरकारी सामाजिक सुरक्षा योजनाएं भी प्रभावित होंगी।
‘नेशनल एक्शन डे’ पर हुआ यह विरोध प्रदर्शन ट्रंप प्रशासन के खिलाफ जन असंतोष की नई लहर को दर्शाता है। नागरिक अधिकारों और सामाजिक न्याय की रक्षा को लेकर अमेरिका में विरोध की आवाजें बुलंद हो रही हैं, जो आने वाले चुनावी माहौल पर भी असर डाल सकती हैं।