रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने यूलिया स्वीरीडेंको को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। वहीं अब तक प्रधानमंत्री रहे डेनिस शम्हाल को रक्षा मंत्रालय की कमान सौंपी गई है।
पूर्व रक्षा मंत्री रुस्तेम उमेरोव को अमेरिका में यूक्रेन का राजदूत बनाए जाने की संभावना है। हालांकि, इन सभी नियुक्तियों को अंतिम रूप देने के लिए यूक्रेनी संसद की मंजूरी अभी शेष है, लेकिन राष्ट्रपति जेलेंस्की को संसद में मजबूत समर्थन प्राप्त होने के चलते अनुमोदन में कोई बाधा आने की संभावना नहीं है।
यूलिया स्वीरीडेंको: अर्थशास्त्री से प्रधानमंत्री तक
39 वर्षीय यूलिया स्वीरीडेंको एक कुशल अर्थशास्त्री हैं और इससे पहले उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत थीं। उन्होंने हाल ही में अमेरिका के साथ हुए खनिज समझौते में अहम भूमिका निभाई, जिससे वे वैश्विक चर्चाओं में आईं।
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने उनके नाम की घोषणा करते हुए कहा कि स्वीरीडेंको के पास सरकार को नया स्वरूप देने की क्षमता है और वे वर्तमान परिस्थितियों में यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को सशक्त दिशा में ले जा सकती हैं।
युद्धकालीन प्राथमिकता: अर्थव्यवस्था और रक्षा
प्रधानमंत्री पद की घोषणा के बाद स्वीरीडेंको ने अपने पहले बयान में कहा कि उनका प्रमुख उद्देश्य युद्ध से प्रभावित अर्थव्यवस्था को मजबूत करना, घरेलू कल्याण योजनाओं का विस्तार करना और हथियार उत्पादन में तेजी लाना है। उन्होंने नौकरशाही कम करने, व्यापार को प्रोत्साहित करने और अनावश्यक खर्चों में कटौती की बात भी कही।
डेनिस शम्हाल को मिला नया जिम्मा
नए रक्षा मंत्री बनाए गए डेनिस शम्हाल को अब देश की सैन्य रणनीति और संसाधनों के बेहतर उपयोग का दायित्व मिला है। राष्ट्रपति के अनुसार, मौजूदा हालात में रक्षा मंत्रालय सबसे बड़ी प्राथमिकता है और शम्हाल का अनुभव इस जिम्मेदारी के लिए उपयुक्त है।
इस बदलाव को यूक्रेन के शासन तंत्र में एक निर्णायक पुनर्गठन के रूप में देखा जा रहा है, जो युद्धकाल में देश को अधिक संगठित और लक्ष्य केंद्रित बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।