प्रदेशभर में चल रहे ‘ऑपरेशन कालनेमि’ अभियान के तहत अब बदरीनाथ धाम में भी साधुओं के सत्यापन और दस्तावेजों की जांच का काम तेज़ कर दिया गया है। रविवार को पुलिस ने कई बाबाओं को थाने बुलाकर पहचान पत्रों की जांच की, जिसमें दो साधु संदिग्ध पाए गए हैं।
बदरीनाथ थाना प्रभारी नवनीत भंडारी ने बताया कि इस वर्ष धाम में अब तक 600 से अधिक साधुओं का सत्यापन किया जा चुका है, जिनमें से कई धाम से जा चुके हैं। जो नए साधु पहुंच रहे हैं, उन्हें भी थाने बुलाकर जांच की जा रही है।
दो संदिग्ध बाबाओं के बारे में बताया गया कि वे पश्चिम बंगाल से आए हैं और उनके दस्तावेजों की पुष्टि की जा रही है। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
यात्रा सीजन में बढ़ती है बाबाओं की संख्या
हर वर्ष बदरीनाथ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों से साधु-संत धाम में पहुंचते हैं। इन्हीं में कुछ फर्जी साधु भी शामिल हो जाते हैं, जो आस्था की आड़ में ठगी या आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस समय-समय पर सत्यापन अभियान चलाती है।
धार्मिक स्थलों की पवित्रता और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को बनाए रखने के लिए ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत पुलिस का यह प्रयास सराहनीय है।
सत्यापन से फर्जी साधुओं पर रोक लगेगी और धाम की गरिमा बनी रहेगी।