कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर कहा कि देश में लगभग दो लाख नौजवानों के सपनों को तोड़ा गया है, जिन्हें सेना में चयनित किया गया था, लेकिन उनकी भर्ती रोकी गई है। खरगे ने इस विवादित ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर सरकार की नीति को धिक्कारा।
उन्होंने कहा, “इन युवाओं ने सेना में भर्ती होने के लिए कठिन प्रतियोगी परीक्षा पास की, लेकिन सरकार ने अचानक इनकी भर्ती को रोक दिया है।” खरगे ने राष्ट्रपति से इन युवाओं के लिए न्याय की मांग की और अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो योजना को वापस लेने का आश्वासन दिया।
अग्निपथ योजना के तहत 17 से 21 साल के युवाओं को सैन्य बलों में भर्ती किया जाता है, और उन्हें चार साल की सेवा के बाद सेना में नियुक्ति दी जाती है। खरगे ने योजना को सेना के समानांतर कैडर को बढ़ावा देने की कोशिश के रूप में बताया, लेकिन इसे ‘युवाओं के बीच भेदभाव’ की चुनौती माना।