ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की एक और बौछार कर दी है, शुक्रवार को दोनों देशों के बीच लगातार आठवें दिन भी भीषण गोलीबारी जारी रही। इस बीच, ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कहा कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर इजरायली हमले गंभीर युद्ध अपराध है।
इजरायली सेना ने बयान जारी कर कहा है कि उसने रात भर में कई हमलों में ईरान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। इधर, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा कि शहर के सोरोका अस्पताल पर हमले के एक दिन बाद गुरुवार को इजरायल पर 100 से ज्यादा लड़ाकू और आत्मघाती ड्रोन दागे गए हैं।
शीर्ष यूरोपीय नेता शुक्रवार को जिनेवा में ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अघराची से ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा के लिए मिल रहे हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने परमाणु संवर्धन की सीमाओं पर चर्चा करने के लिए देश की तत्परता व्यक्त की।
ईरानी मिसाइलों ने गुरुवार को दक्षिणी इजरायल की सबसे बड़ी चिकित्सा सुविधा सोरोका अस्पताल और तेल अवीव में आवासीय भवनों पर हमला किया, जिसमें 240 लोग घायल गो गए और काफी ज्यादा नुकसान भी हुआ है।
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को दोषी ठहराया और सेना को किसी भी कीमत पर ईरान में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निर्देश दिए हैं।
काट्ज ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “इजरायल रक्षा बल (IDF) को निर्देश दिए गए हैं और वे जानते हैं कि अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, इस आदमी को बिल्कुल भी अस्तित्व में नहीं रहना चाहिए।”
इधर, व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले दो हफ्तों में यह तय करेंगे कि ईरान पर हमला करना है या नहीं। अमेरिका की ओर से कहा गया है कि ट्रंप को अभी भी इस बात की पर्याप्त संभावना दिखती है कि बातचीत से ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर अमेरिका और इजरायल की मांगें पूरी हो सकती है।