बांग्लादेश का व्यापारिक समुदाय और निवेशक देश में स्थिरता और उनके हित में स्थायी नीतियों के लिए एक निर्वाचित सरकार की प्रतीक्षा कर रहे हैं। बांग्लादेश परिधान निर्माता व निर्यातक संघ (बीजीएमईए) ने कहा है कि अंतरिम सरकार के दौरान देश में कोई भी निवेशक निवेश नहीं करना चाह रहा। संघ के अध्यक्ष महमूद हसन खान बाबू ने कहा, यूनुस की सरकार ने बैंकिंग सुधारों, लूटपाट पर नियंत्रण समेत कुछ अच्छी पहल की हैं लेकिन वह भरोसा हासिल नहीं कर पाई है। कारोबारियों के सबसे अहम संगठन बीजीएमईए ने कहा कि आम तौर पर, एक अंतरिम सरकार के दौरान, निवेशक निवेश नहीं करना चाहते हैं। महमूद बोले- उम्मीद है कि जल्द ही चुनाव होंगे। यह चुनाव एक विश्वसनीय, निष्पक्ष चुनाव होना चाहिए ताकि लोग अपना फैसला दे सकें। महमूद हसन खान बाबू ने कहा, भारतीय और बांग्लादेशी लोगों के बीच संबंध बहुत अच्छे और बहुत सौहार्दपूर्ण हैं। खासकर पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में, हमारे पास कुछ समान सांस्कृतिक चीजें हैं। लेकिन समस्या यह है कि जब दोनों तरफ सरकार बदलती है, तो स्थिति भी बदल जाती है। कभी बहुत सौहार्दपूर्ण, कभी एकतरफा प्यार और कभी नाराजगी की स्थिति। यह भारत में सरकार या बांग्लादेश में सरकार पर निर्भर करता है।महमूद बोले, बांग्लादेश में करीब 4,000 अहम कारखाने उनकी अकुशलता, प्राकृतिक आपदाओं, राजनीतिक हालात जैसी मानव निर्मित आपदाओं या बंदरगाहों, बिजली या ऊर्जा में समस्याओं जैसे बुनियादी ढांचे के कारणों से बंद हो चुके हैं। हम ऊर्जा के मुद्दों जैसे गैस, बिजली और मुद्रास्फीति की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।