Sunday, June 29, 2025

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पीएम मोदी के दौरे से सुधरेंगे कनाडा से रिश्ते

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रवाना होने से पूर्व प्रवासी भारतीय समुदाय ने उनकी आगामी कनाडा यात्रा का स्वागत किया। साथ ही यह उम्मीद भी जताई है कि यह भारत-कनाडा रिश्तों में सुधार के लिए बेहद अहम साबित होगी। मामले में ग्लोबल इंडियन डायस्पोरा अलायंस के अध्यक्ष एचएस पनेसर ने कहा कि यह मजबूत द्विपक्षीय रिश्तों को फिर से बहाल करने का एक महत्वपूर्ण क्षण है। वहीं कनाडा के पीएम मार्क कार्नी की तरफ से आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की भागीदारी को प्रवासी भारतीय और वैश्विक पर्यवेक्षक हालिया तनाव दूर करने और रिश्ते सुधारने के एक बड़ा अवसर मान रहे हैं। कनाडा के एक वित्तीय रणनीतिकार लुबिमोव किर्क का कहना है कि पीएम मोदी और मार्क कार्नी की मुलाकात ओटावा-नई दिल्ली के बीच रुकी व्यापार वार्ता फिर से शुरू कराने का अवसर बन सकती है। इसके साथ ही ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और आवश्यक खनिजों पर सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति बन सकती है।इसके बाद पीएम मोदी कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर 16-17 जून को जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। इस दौरान पीएम मोदी कनाडा के कानानास्किस की यात्रा करेंगे। यह जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री की लगातार छठी भागीदारी होगी। शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री जी-7 देशों के नेताओं, अन्य आमंत्रित आउटरीच देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ वार्ता करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी ऊर्जा सुरक्षा, प्रौद्योगिकी और नवाचार, विशेष रूप से AI एनर्जी नेक्सस और क्वांटम से संबंधित मुद्दों सहित महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। प्रधानमंत्री शिखर सम्मेलन के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।

अपने दौरे के अंतिम चरण में क्रोएशिया गणराज्य के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 18 जून को क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा करेंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा होगी, जो द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। पीएम मोदी और प्रधानमंत्री प्लेंकोविच द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। पीएम मोदी क्रोएशिया के राष्ट्रपति जोरान मिलनोविच से मिलेंगे। क्रोएशिया की यात्रा यूरोपीय संघ में भागीदारों के साथ अपने संबंधों को और मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता को भी दिखाएगी।

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