पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगातार कोई न कोई कदम उठा रहा है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 अप्रैल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) में नए सदस्यों को जोड़ा है और आलोक जोशी को अध्यक्ष बनाया है। इस बीच पाकिस्तान ने भी अपने नए एनएसए की नियुक्ति की है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद असीम मलिक को देश का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया गया है। मलिक को सितंबर 2024 में आईएसआई का प्रमुख बनाया गया था और अब उन्हें एनएसए का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
आईएसआई का प्रमुख बनने से पहले असीम मलिक ने पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय में एडजुटेंट जनरल के रूप में भी कार्य किया है, जहां उन्होंने कानूनी और अनुशासनात्मक मामलों सहित सैन्य प्रशासनिक मामलों की देखरेख की थी।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, एडजुटेंट जनरल के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान कुछ प्रमुख घटनाएं भी पाकिस्तान में घटी थी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और फिर उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन करना शामिल है।
असीम मलिक ने अपने करियर के दौरान बलूचिस्तान और दक्षिण वजीरिस्तान में भी डिवीजनों की कमान संभाली है। यह दोनों ही क्षेत्र पाकिस्तान को भारी सुरक्षा चुनौतियां पेश करते रहे हैं।
पाकिस्तान सरकार ने मलिक की नियुक्ति ऐसे समय में की है जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी।
इस घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त एक्शन लिए हैं। हालिया कठोर कदमों की बात करें तो भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। साथ ही पाकिस्तान के कई जाने-माने कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट और चैनलों को निलंबत कर दिया है।
पाकिस्तान के कलाकार हानिया आमिर, माहिरा खान और अली जफर भारत में भी काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं। अब सरकार ने इनके सोशल मीडिया अकाउंट और चैनलों को भारत में निलंबित कर दिया है।
इसके साथ ही, पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है और शुक्रवार को सातनें दिन भी संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी रहा। गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई थी।