अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 27 फीसदी टैरिफ लगाया है। इसकी भारतवंशी सांसद ने की निंदा की है। डेमोक्रेट सांसद राजा कृष्णमूर्ति का कहना है कि भारत-अमेरिका की साझेदारी चीन की सैन्य आक्रामकता और आर्थिक जबरदस्ती का मुकाबला करने के लिए जरूरी है। ऐसे में टैरिफ अमेरिका भारत के संबंधों पर अनावश्यक तनाव डाल सकता है। इलिनोइस से डेमोक्रेट सांसद कृष्णमूर्ति ने कहा कि ट्रंप ने भारत पर जो टैरिफ लगाया है, वह न केवल गुमराह करने वाला है, बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका के आर्थिक, कूटनीतिक और सुरक्षा हितों के लिए भी हानिकारक है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच मित्रता मजबूत बनी रहेगी, लेकिन नए टैरिफ अमेरिकी परिवारों के लिए लागत में वृद्धि करेंगे। साथ ही अमेरिकी और भारतीय दोनों व्यवसायों पर अतिरिक्त बोझ डालेंगे। कृष्णमूर्ति ने ट्रंप से कहा कि वह भारतीय आयातों पर अपने नए टैरिफ को हटाएं और इसकी जगह अमेरिकी परिवारों की भलाई, यूएस-भारत साझेदारी की ताकत और सत्तावादी खतरों के सामने सामूहिक आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दें। भारतवंशी अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि टैरिफ लगाने से कामकाजी परिवारों पर टैक्स का बोझ पड़ेगा ताकि ट्रंप अमीरों पर लगने वाले टैक्स में कटौती कर सकें। उन्होंने कहा कि ये कथित मुक्ति दिवस के टैरिफ गैर-जिम्मेदाराना और आत्मघाती साबित होंगे। इससे इलिनोइस के लोगों पर आर्थिक दबाव बनेगा, जबकि वे पहले से ही आर्थिक मुश्किलों से घिरे हैं। उन्होंने कहा कि देश मंदी का शिकार हो जाए, उससे पहले अमेरिकी लोगों को ट्रंप से अपनी विनाशकारी टैरिफ नीतियों को खत्म करने की अपील करनी चाहिए। टैरिफ से अमेरिकी अर्थव्यवस्था या राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई सकारात्मक असर नहीं पड़ेगा।