देशभर में करीब 45 फीसदी विधायक दागी हैं और 29 फीसदी पर हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह निष्कर्ष एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने 28 राज्य और तीन केंद्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं के 4,123 विधायकों में से 4,092 के हलफनामों का विश्लेषण के आधार पर निकाला है। एडीआर के मुताबिक, 24 विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं किया जा सका क्योंकि वे खराब तरीके से स्कैन किए गए थे या पढ़ने योग्य नहीं थे। विधानसभाओं में सात सीटें खाली पड़ी हैं। ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, 1,861 विधायकों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं और 1,205 विधायकों यानी 29 फीसदी ने बताया है कि उन पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं।54 विधायकों पर हत्या के आरोप हैं, जबकि 226 पर आईपीसी की धारा 307 और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109 के तहत हत्या के प्रयास का आरोप है। इसके अलावा, 127 विधायकों ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों से संबंधित मामलों की घोषणा की है, जिनमें 13 पर बलात्कार का आरोप है।