पाकिस्तान की शह पर आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा ने बुधवार को पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के रावलकोट में भारत विरोधी रैली की, जिसमें शामिल होने पहुंचे हमास नेताओं का जोरदारी से स्वागत किया गया। जमीयत उलमा-ए-इस्लाम पाकिस्तान के सोशल मीडिया हैंडल (एक्स@JUIPAKOfficial) पर रैली का एक वायरल हो रहा है, इसमें हमास नेता डॉ. खालिद कद्दूमी और जमीयत प्रमुख मोलाना फजल-उर-रहमान की मुलाकात हो रही है। अन्य वीडियो में हमास नेता लग्जरी एसयूवी से शहीद सबीर स्टेडियम जाते दिख रहे हैं।रैली में हमास कमांडर डॉ. खालिद कद्दूमी और कुछ अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया। हमास नेताओं के पीओके पहुंचने पर उन पर फूल बरसाए गए और उन्हें पूरे सम्मान के साथ रैली स्थल तक पहुंचाया गया। इस दौरान लश्कर और जैश के आतंकी साथ चल रहे थे। उनकी बाइक और घोड़ों पर फलस्तीन के झंडे लहरा रहे थे। कार्यक्रम में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का भाई तल्हा सैफ, जैश कमांडर असगर खान कश्मीरी, मसूद इलियास आदि भी मौजूद थे।जानकारी के मुताबिक, कश्मीर सॉलिडेरिट डे पर आयोजित की गई इस रैली में भारत के खिलाफ जहर उगला गया। इसमें हमास नेताओं की मौजूदगी पाकिस्तान और हमास के बीच गहरे संबंधों की पुष्टि करती है। यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने हमास को समर्थन दिया है। पाकिस्तानी सेना, खासकर स्पेशल सर्विस ग्रुप कमांडो हमास सदस्यों को सैन्य ट्रेनिंग देते रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि पीओके में इस आयोजन को पाकिस्तान का समर्थन हासिल था। वह दुनियाभर के कट्टरपंथी संगठनों को समर्थन देकर क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रहा है।





