अमेरिकी सीनेट ने आंतरिक सचिव के रूप में उत्तरी डकोटा के अरबपति डग बर्गम को चुना है। सीनेट में हुए मतदान के दौरान बर्गम को 79-18 वोट मिले। आधे से अधिक डेमोक्रेट्स सांसदों ने डग बर्गम का साथ दिया। बर्गम सॉफ्टवेयर उद्योग से जुड़े उद्यमी हैं। वह उत्तरी डकोटा के एक छोटे से कृषक समुदाय से आते हैं। पहले वे अपने परिवार के अनाज लिफ्ट में काम करते थे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जीवाश्म ईंधन के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाने का काम बर्गम को सौंपा था।इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बर्गम को नई राष्ट्रीय ऊर्जा परिषद का अध्यक्ष भी बनाया है। यह परिषद अमेरिकी ऊर्जा प्रभुत्व हासिल करने के लिए काम करेगी। इसलिए बर्गम को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में भी एक सीट मिलेगी। बर्गम पर ऊर्जा कंपनियों के लिए जीवाश्म ईंधन संसाधनों का दोहन करने के काम को आसान बनाने की जिम्मेदारी है। इससे पहले बर्गम दो बार उत्तरी डकोटा के गवर्नर रह चुके है। 2023 में उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिए अपना प्रचार शुरू किया था, लेकिन कुछ ही समय बाद उन्होंने प्रचार छोड़कर ट्रंप को समर्थन दे दिया। गर्वनर रहने के दौरान बर्गम ने ऊर्जा उद्योग को लेकर काफी काम किया है। बर्गम ने कहा कि अमेरिका ऊर्जा विकास का उपयोग शांति को बढ़ावा देने और अपनी उपभोक्ता लागत को कम करने के लिए कर सकता है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने के कदम को लेकर चिंता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि अमेरिका को परमाणु और कोयला जैसे स्रोतों से अधिक बिजली पैदा करने की जरूरत है। रिपब्लिकन सीनेटर जॉन बैरासो ने कहा कि बर्गम ऊर्जा नवाचार को प्राथमिकता देंगे। वह तेल और गैस उत्पादन के लिए हमारी जमीनों को खोलेंगे। वायोमिंग में 600000 एकड़ से ज्यादा जमीन को ऊर्जा उत्पादन के लिए मंजूरी दी गई है, लेकिन बाइडन प्रशासन ने इसे विकास के लिए पेश नहीं किया है।
अमेरिका में आंतरिक सचिव पर राष्ट्रीय उद्यान सेवा, अमेरिकी मत्स्य एवं वन्य जीव सेवा, भारतीय मामले ब्यूरो, भूमि प्रबंधन ब्यूरो और अन्य उप-एजेंसियों की भी देखरेख का जिम्मा है। बर्गम ने डेब हैलैंड का स्थान लिया है। हैलेंड ने बाइडन प्रशासन के दौरान तेल और गैस की बिक्री में भारी कटौती की थी। उन्होंने संघीय भूमि पर सौर और पवन परियोजनाओं को बढ़ावा दिया था। नए आंतरिक सचिव बर्गम का कहना है कि संघीय भूमि का उपयोग मनोरंजन, लकड़ी काटने और तेल व गैस उत्पादन सहित कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि संघीय भूमि का हर एकड़ राष्ट्रीय उद्यान या वन्य क्षेत्र नहीं है।