प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्रांस दौरे से पहले दोनों ने उच्च स्तरीय प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई है। पेरिस में आयोजित ‘विदेश कार्यालय परामर्श’ के दौरान दोनों देशों ने भारत-फ्रांस क्षितिज 2047 रोडमैप के तहत द्विपक्षीय सहयोग के पहलुओं में हुई प्रगति की समीक्षा की। पीएम मोदी अगले माह एआई पर होने वाली बैठक के लिए फ्रांस का दौरा करेंगे।बैठक की सह-अध्यक्षता विदेश सचिव विक्रम मिस्री और फ्रांस के यूरोप व विदेश मामलों के मंत्रालय की महासचिव ऐनी-मैरी डेस्कोटेस ने की। विदेश मंत्रालय ने कहा, पेरिस में हुई बैठक में रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, साइबर व डिजिटल, एआई, संस्थागत संवाद तंत्र, लोगों के बीच आदान-प्रदान और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने सहित द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की गई। दोनों पक्षों ने उच्च-स्तरीय प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में द्विपक्षीय साझेदारी का विस्तार करने पर सहमति जताई है।विदेश मंत्रालय के मुताबिक, बैठक में पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग, तीसरे देशों में संयुक्त विकास परियोजनाओं, पश्चिम एशिया और रूस-यूक्रेन संघर्ष की स्थिति से संबंधित चल रहे अंतरराष्ट्रीय व क्षेत्रीय मुद्दों पर भी बातचीत हुई।भारत-बेल्जियम ने औषधि और कृषि उत्पादों जैसे क्षेत्रों में व्यापार मुद्दों को सुलझाने के लिए तंत्र स्थापित करने पर सहमति जताई है। वाणिज्य-उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और बेल्जियम के विदेश व्यापार मंत्री बर्नार्ड क्विंटन के बीच ब्रसेल्स में हुई बैठक के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा की गई। वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, औषधि व कृषि उत्पादों के लिए अनुमोदन प्रक्रियाओं में नियामक बाधाओं पर भी चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने इन चुनौतियों से निपटने पर सहमति व्यक्त की।