करीब 800 अफगान नागरिकों को पाकिस्तान द्वारा हिरासत में लेने पर गहरी चिंता जताते हुए अफगानिस्तान के दूतावास ने कहा कि दस्तावेजों को लेकर अस्पष्टता के कारण ‘मनमानी हिरासत और निर्वासित करने’ के मामले सामने आए हैं। हिरासती लोगों में वैध वीजा, पंजीकरण कार्ड का प्रमाण व अफगान नागरिक कार्ड रखने वाले नागरिक भी शामिल हैं। अफगानिस्तान के दूतावास ने संयुक्त राष्ट्र से मदद की अपील है। दूतावास ने कहा कि वह अफगानिस्तानियों की अनावश्यक गिरफ्तारी, घर की तलाशी और जबरन वसूली की खबरों को लेकर विशेष रूप से चिंतित है। दूतावास ने पाकिस्तान सरकार से इन चिंताओं का तत्काल समाधान करने का आग्रह किया है। पाकिस्तान ने फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन अफगान दूतावास ने कहा, एनओसी पाने की शर्तों पर अस्पष्टता के कारण मनमाने ढंग से हिरासत और निर्वासन के चिंताजनक मामले सामने आए हैं। पाकिस्तान में अफगानिस्तान के दूतावास ने कहा, इस तरह हिरासत में लेने से महिलाओं और बच्चों सहित कई परिवार अलग हो गए हैं, जिनमें से कई अभी भी पाकिस्तान में फंसे हुए हैं। पाकिस्तानी अधिकारियों को मामले के बारे में सूचित कर दिया गया है। यूएनएचसीआर से भी तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील भी की गई है। बता दें, पाकिस्तान ने 2023 से अफगानिस्तानी शरणार्थियों को राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर बोझ बताते हुए उनके देश भेजने की शुरुआत की थी।