भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अमेरिका यात्रा से पहले विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सोमवार को अमेरिकी के शीर्ष राजनयिकों से मुलाकात की। इस अहम बैठक में द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने बीते दिन ही घोषणा की थी कि जयशंकर 24 से 29 दिसंबर तक अमेरिका की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान जयशंकर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और प्रमुख द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
जयशंकर की यात्रा से पहले मिस्री ने सोमवार को विदेश मंत्रालय के मुख्यालय ‘फॉगी बॉटम’ में उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल और प्रबंधन उप-मंत्री रिचर्ड वर्मा के साथ बैठक की। बैठकों में अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा भी मौजूद थे। रिचर्ड वर्मा ने बताया कि हम आपसी विश्वास, साझा मूल्यों और सभी के लिए समृद्धि पर आधारित अमेरिका-भारत संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं।इससे पहले दिन में रिचर्ड वर्मा ने प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ प्रख्यात भारतीय थिंक-टैंक विशेषज्ञों के एक समूह की मेजबानी की। उन्होंने कहा कि बैठकें व्यापार, रक्षा, लोगों से लोगों के बीच संबंधों और वैश्विक चुनौतियों से मिलकर निपटने की प्रतिबद्धता पर हमारी प्रगति का जश्न मनाने के लिए थीं।उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार जहां 2000 में 20 अरब अमेरिकी डॉलर था, यह आंकड़ा 2023 में बढ़कर 195 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है, जबकि इसी अवधि के दौरान रक्षा व्यापार शून्य से बढ़कर 24 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया है। 2024 में द्विपक्षीय व्यापार 200 अरब अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार कर जाने की उम्मीद है।