Sunday, December 22, 2024

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पहली बार लंदन बंदरगाह पहुंचा नौसेना का आईएनएस तुशिल

मल्टी रोल स्टील्थ मल्टी-रोल स्टील्थ-गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तुशिल अपनी पहली तैनाती में लंदन बंदरगाह पर पहुंचा है। तीन दिसंबर को नई दिल्ली में हुई भारत-ब्रिटेन की विदेश और रक्षा मुद्दों पर वार्ता के बाद पहली बार आईएनएस तुशिल लंदन पहुंचा। इसका ब्रिटेन में जोरदार स्वागत किया गया।आईएनएस तुशिल प्रोजेक्ट 1135.6 का एक उन्नत क्रिवाक III श्रेणी का युद्धपोत है। इसे लेकर लंदन में भारतीय उच्चायोग ने एक्स पर लिखा कि भारतीय उच्चायोग आईएनएस तुशिल का स्वागत करता है। भारतीय नौसेना के मल्टी रोल स्टील्थ मल्टी-रोल स्टील्थ-गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट आईएनएस तुशिल की प्रथम परिचालन तैनाती के लिए लंदन पहला बंदरगाह है। हाल ही में नौ दिसंबर को आईएनएस तुशिल को नौसेना में शामिल किया गया है।

तीन दिसंबर को नई दिल्ली में भारत-ब्रिटेन की विदेश और रक्षा मुद्दों पर वार्ता हुई थी। इसे लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि इसमें दोनों देशों ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की और लगातार इसे बढ़ाने पर जोर दिया था। इसके बाद ही आईएनएस तुशिल को लंदन भेजा गया। आईएनएस तुशिल प्रोजेक्ट 1135.6 का एक उन्नत क्रिवाक III श्रेणी का युद्धपोत है। इनमें से छह पहले से ही सेवा में हैं, जिसमें तीन तलवार श्रेणी के जहाज, बाल्टिस्की शिपयार्ड, सेंट पीटर्सबर्ग में निर्मित और तीन तीन फॉलो-ऑन तेग श्रेणी के जहाज, यंतर शिपयार्ड, कलिनिनग्राद में निर्मित हैं। आईएनएस तुशिल इस श्रृंखला में सातवां और दो उन्नत अतिरिक्त फॉलो-ऑन जहाजों में से पहला है। इसके लिए अक्तूबर 2016 में जेएससी रोसोबोरोनेक्सपोर्ट, भारतीय नौसेना और भारत सरकार के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए थे।

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