अमेरिका की तरफ से आपूर्ति की जाने वाली कुछ वस्तुओं पर भारत आयात शुल्क (टैरिफ) कम करने की तैयारी कर रहा है, जिसमें हार्ले डेविडसन समेत अन्य लग्जरी बाइक, पोर्क (सुअर का मांस), उच्च चिकित्सा उपकरण शामिल हैं। भारत ने यह फैसला पिछले दिनों ट्रंप की उस चेतावनी के बाद लिया है, जिसमें उन्होंने भारतीय उत्पादों पर 100 फीसदी शुल्क लगाने की बात कही थी। भारत के इस कदम से दोनों देशों के बीच व्यावसायिक रिश्ते और मजबूत होंगे। भारत न सिर्फ उत्पादों पर आयात शुल्क घटाएगा बल्कि अमेरिकी कंपनियों से अधिक एलएनजी और रक्षा उपकरण खरीदने की योजना भी बना रहा है। इन उत्पादों पर 25 से 60 फीसदी तक टैरिफ लगता है।भारत ट्रंप के चीन से आयातित सामानों पर 60 फीसदी तक टैरिफ लगाने की योजना का लाभ उठाते हुए खुद को एक वैकल्पिक विनिर्माण केंद्र के रूप में पेश कर रहा है। सरकार के सलाहकार और थिंक-टैंक नीति आयोग के सदस्य अरविंद विरमानी ने कहा कि यह एक अवसर है।
इससे वैश्विक कंपनियों को भारत में स्थानांतरित करने में मदद मिल सकती है। भारत ट्रंप के मेक इन अमेरिका प्रोग्राम को समर्थन देते हुए अमेरिकी कंपनियों को बुलाने पर विचार कर रहा है। इसके अलावा, भारत विमान रखरखाव, इलेक्ट्रॉनिक्स और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में और निवेश की योजना बना रहा है।