सीरिया में फिर से गृह युद्ध की वापसी की आशंका पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की अहम बैठक बुलाई गई। इस बैठक के दौरान अमेरिका और रूस के राजदूत आपस में भिड़ गए और दोनों देशों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते सीरिया के आतंकी संगठन हयात तहरीर अल शाम ने हमला कर सीरिया के प्रमुख शहर अलेप्पो पर कब्जा कर लिया है। इस आतंकी संगठन को नुसरा फ्रंट के नाम से भी जाना जाता है और इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रतिबंधित किया हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान अमेरिका के उप-राजदूत रॉबर्ट वुड ने सीरिया में युद्ध को रोकने और नागरिकों की सुरक्षा का आह्वान किया। वुड ने कहा कि हयात तहरीर अल शाम सुरक्षा परिषद में एक आतंकी संगठन के रूप में प्रतिबंधित है, लेकिन इससे सीरिया की बशीर अल असद सरकार और उसकी रूसी समर्थकों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों को सही नहीं ठहराया जा सकता। अमेरिका ने बशर अल असद की सेना पर स्कूलों और अस्पतालों में नागरिकों पर हमले करने का आरोप लगाया। अमेरिकी राजदूत के इस बयान पर रूस के संयुक्त राष्ट्र राजदूत वेसिली नेबेंजिया ने कहा ‘आप सीरियाई शहरों में नागरिकों के खिलाफ किए गए एक आतंकवादी हमले की निंदा करने का साहस नहीं जुटा पा रहे हैं। इस बात को लेकर कोई भ्रम नहीं है कि वाशिंगटन कभी भी ईमानदारी से अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए कभी भी तैयार होगा। उन्होंने कहा, ‘सच कहूं तो हमें खुशी है कि हम आपके खिलाफ हैं।’ इस पर अमेरिकी राजदूत ने भी पलटवार किया और कहा कि ‘आप इस मुद्दे पर लेक्चर देने की स्थिति में नहीं हैं क्योंकि रूस दुनियाभर में आतंकवाद का समर्थन करने वाली सरकारों के पक्ष में खड़ा होता है। अमेरिका ने दशकों से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है और आगे भी जारी रखेगा।’





