भारत में 15 साल से अधिक उम्र के केवल 12 प्रतिशत लोग ही कम्प्यूटर साक्षर हैं। सेंटर फॉर इकोनॉमिक एंड सोशल स्टडीज (सीईएस) के भारत में कंप्यूटर साक्षरता में असमानताएं शीर्षक वाले अध्ययन में यह दावा किया गया है। इसमें कहा गया कि 15.6 फीसदी भारतीय अटैचमेंट के साथ ईमेल भेज सकते हैं, जबकि केवल 1.4 फीसदी ही एक विशेष प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग करके कम्प्यूटर प्रोग्राम लिख सकते हैं।
सीईएसएस में अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर चक्रधर जाधव और मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन में सार्वजनिक नीति विभाग के प्रोफेसर प्रशांत कुमार चौधरी के नेतृत्व में हुए अध्ययन में राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) 2020-21 के 78वें क्रम के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया। इसमें पूरे भारत में 2.76 लाख घरों के 11.75 लाख उत्तरदाताओं को शामिल किया गया था। अध्ययन के अनुसार, 39.5 फीसदी शहरी व्यक्तियों में फाइलों या फोल्डर को कॉपी करने या स्थानांतरित करने की क्षमता थी, जबकि केवल 18.1% ग्रामीण व्यक्ति ही इसमें अपना कौशल दिखा पाए। एजेंसी
प्रोफेसर जाधव ने आगे कहा कि कई ग्रामीण आदिवासी इलाकों में हमने यह भी पाया कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कम्प्यूटर साक्षरता दर काफी कम थी। मोबाइल फोन और इंटरनेट तक पहुंच ने डिजिटल साक्षरता बढ़ाई है, लेकिन आईटीसी कौशल के बारे में स्थिति गंभीर बनी हुई है।





