मध्य एशिया में जारी तनाव के बीच इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश जारी किया है। उन्होंने दावा किया कि हमने नसरल्ला और उसके उत्तराधिकारी को मार गिराया है। हमने हिजबुल्ला की क्षमताओं को खत्म कर दिया है। उन्होंने लेबनान के नागरिकों से आह्वान किया कि वह अब अपने देश को हिजबुल्ला से मुक्त करें, ताकि यह युद्ध समाप्त हो सके। उन्होंने कहा कि यह आपके बच्चों के भविष्य के लिए एक बेहतर अवसर है। इस्राइली पीएम नेतन्याहू ने कहा कि सात अक्तूबर के नरसंहार के एक दिन बाद, हिजबुल्ला इस्राइल के खिलाफ युद्ध में शामिल हो गया। उसने हमारे शहरों और नागरिकों पर बिना किसी उकसावे के हमला किया। तब से उसने इस्राइल पर 8000 से अधिक मिसाइलें दागी हैं, जिसमें यहूदी, ईसाई, मुसलमान और द्रुज़ सभी नागरिक मारे गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस्राइल ने हिजबुल्ला को खत्म करने का फैसला किया है। हमने अपने लोगों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने का फैसला किया है। इस्राइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। इस्राइल को जीतने का भी अधिकार है और इस्राइल जीतेगा। हमने हिजबुल्ला की क्षमताओं को कम कर दिया है। हमने हजारों आतंकवादियों को खत्म किया, जिसमें नसरल्ला और उनके उत्तराधिकारी भी शामिल हैं। आज हिजबुल्ला कई वर्षों से अपनी सबसे कमजोर स्थिति में है। अब आप अपना देश वापस ले सकते हैं। उन्होंने लेबनान के लोगों से कहा, आपके पास अपने देश को वापस लेने का अवसर है। क्या आप याद करते हैं जब आपका देश मध्य पूर्व का मोती कहलाता था? मैं याद करता हूं, तो लेबनान के साथ क्या हुआ? एक आतंकवादी गिरोह ने इसे बर्बाद कर दिया। लेबनान एक बार सहिष्णुता और सुंदरता के लिए जाना जाता था, लेकिन आज यह एक युद्ध का मैदान बन गया है। इस्राइल ने 25 वर्ष पहले लेबनान से वापसी की थी, लेकिन लेबनान पर वास्तव में कब्जा करने वाला देश इस्राइल नहीं है, बल्कि ईरान है। ईरान हिजबुल्ला को वित्तीय और सैन्य सहायता प्रदान करता है, जो लेबनान के खर्च पर ईरान के हितों की सेवा करता है।