जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। किशिदा के साथ ही उनकी पूरी कैबिनेट ने भी इस्तीफा दे दिया। इसके बाद जल्द ही शिगेरु किशिदा प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी ने किशिदा और उनकी कैबिनेट के इस्तीफे की पुष्टि की। किशिदा का कार्यकाल तीन साल का रहा, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा। शिगेरु इशिबा को जापान की सत्ताधारी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) का नया अध्यक्ष चुना गया है। जापान में सत्ताधारी पार्टी का अध्यक्ष ही देश का प्रधानमंत्री होता है। ऐसे में जल्द ही शिगेरु इशिबा जापान के नए प्रधानमंत्री बनेंगे। पीएम पद की शपथ लेने के बाद इशिबा अपनी कैबिनेट का एलान करेंगे। LDP पार्टी के पास संसद के दोनों सदनों में बहुमत है। इशिबा का बतौर प्रधानमंत्री कार्यकाल जुलाई 2025 तक होना था और उसके बाद देश में आम चुनाव होने थे, लेकिन शिगेरु इशिबा ने प्रधानमंत्री पद संभालने से पहले ही चुनाव 27 अक्तूबर को चुनाव कराने का एलान कर दिया है। जापान की सत्ताधारी पार्टी एलडीपी की लोकप्रियता में हाल के समय में गिरावट दर्ज की गई है और इसी वजह से पार्टी के नेतृत्व में बदलाव का फैसला किया गया है। जापान के आम चुनाव में सत्ताधारी एलडीपी का मुकाबला कॉन्स्टिट्यूशन डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ जापान से होगा। साथ ही कंजर्वेटिव जापान इनोवेशन पार्टी भी मुख्य प्रतिद्वंदी है। संसद की 465 सीटों में से एलडीपी सांसदों की संख्या 258 है और यह पार्टी साल 2012 से सत्ता पर काबिज है। कॉन्स्टिट्यूशन डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों की संख्या 99 है। वहीं कंजर्वेटिव जापान पार्टी के सांसदों की संख्या 45 है। इशिबा जापान के पूर्व रक्षा मंत्री रहे हैं और प्रचार के दौरान भी उनका जोर सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर ही रहा।