मालदीव के दो मुख्य विपक्षी दलों ने बुधवार को भारत को देश का सबसे पुराना सहयोगी बताते हुए सरकार के भारत विरोधी रुख पर अपनी चिंता ज़ाहिर की है। मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) और डेमोक्रेट्स ने भारत के समर्थन में यह बात सरकार द्वारा चीन के जासूसी पोत को माले के बंदरगाह पर ठहरने की अनुमति देने के बयान के एक दिन बाद कही।
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि वर्तमान सरकार भारत विरोधी रुख अपना रही है। देश के सबसे पुराने सहयोगी को अलग करना देश के दीर्घकालिक विकास के लिए हानिकारक होगा। 87 सदस्यीय सदन में दोनों दलों के पास 55 सीटें हैं।