प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की राजधानी गांधीनगर में ‘पीएम सूर्य घर’ के लाभार्थियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री सोमवार सुबह करीब 10 बजे वावोल स्थित शालीन-2 सोसायटी पहुंचे। यहां उन्होंने ऐसे कई लोगों से बात की, जिन्होंने अपने घरों की छतों पर सौर पैनल लगवाए हैं। प्रधानमंत्री यहां करीब 20 मिनट तक रुके। सरकार ने 29 फरवरी को 75,021 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी ‘पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना’ शुरू की थी। इसका मकसद घरों की छतों पर सौर पैनल लगाकर आवासीय परिवारों को खुद बिजली पैदा करने में सक्षम बनाना है। इसके तहत दो किलोवाट क्षमता तक की प्रणालियों के लिए सौर इकाई लागत का 60 प्रतिशत और दो से तीन किलोवाट क्षमता वाली प्रणालियों के लिए अतिरिक्त लागत का 40 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।प्रधानमंत्री मोदी ने गांधीनगर में श्री सोमनाथ ट्रस्ट की एक बैठक की अध्यक्षता भी की। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के मुताबिक, राज्य में यह ट्रस्ट विश्व विख्यात सोमनाथ मंदिर का कामकाज संभालता है। प्रधानमंत्री मोदी इस ट्रस्ट के अध्यक्ष भी हैं। बैठक रविवार रात को राजभवन में हुई और प्रधानमंत्री ने ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा की।
पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘गांधीनगर में श्री सोमनाथ ट्रस्ट की बैठक की अध्यक्षता की। हमने श्रद्धालुओं के अनुभव और विभिन्न सुविधाओं को और बेहतर बनाने के तरीकों का जायजा लिया।’ इस बैठक में गुजरात के पूर्व नौकरशाह पी के लाहेरी और कारोबारी हर्षवर्धन नेवतिया भी शामिल हुए, जो न्यासी भी हैं। बैठक में शामिल हुए विशाद पद्मनाभ माफतलाल को न्यासी नियुक्त किया गया। मोदी को जनवरी 2001 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के निधन के बाद इस ट्रस्ट का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।