रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को दो साल से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन इसके थमने का फिलहाल कोई आसार नजर नहीं आ रहा। कई देशों ने कूटनीतिक वार्ता के जरिए शांति स्थापित करने की वकालत की है। इस बीच, अमेरिका ने दोनों देशों में शांति स्थापना को लेकर बड़ा बयान दिया है। अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग को शांत करने में मदद करने के लिए किसी भी देश की भूमिका का वह स्वागत करता है। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी का ये बयान हाल ही में पीएम मोदी के साथ हुई टेलीफोन वार्ता के संदर्भ में आया है, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच यूक्रेन-रूस में शांति स्थापित करने को लेकर चर्चा हुई थी। एक प्रेस कांफ्रेस में व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी कहा कि कोई भी राष्ट्र जो इस युद्ध को समाप्त करने में मदद करने का इच्छुक है और राष्ट्रपति जेलेंस्की के विशेषाधिकारों, यूक्रेनी लोगों के विशेषाधिकारों, न्यायपूर्ण शांति की उनकी योजना को ध्यान में रखते हुए ऐसा करता है तो हम निश्चित रूप से उस तरह की भूमिका का स्वागत करेंगे। दरअसल, बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में जॉन किर्बी से राष्ट्रपति जो बाइडन की यूक्रेन यात्रा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करने के बारे में पूछा गया? सका जवाब देते हुए उन्होंने यह टिप्पणी की।
साथ ही जॉन किर्बी ने एक और सवाल कि क्या उन्हें लगता है कि भारत इस युद्ध को समाप्त करने में भूमिका निभा सकता है? का जवाब देते हुए व्हाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि हम निश्चित रूप से ऐसी उम्मीद करते हैं।
पीएम मोदी–बाइडन की वार्ता में बांग्लादेश में लोगों की सुरक्षा पर भी हुई चर्चा
इसके साथ ही जॉन किर्बी ने यह भी बताया कि पीएम मोदी और जो बाइडन के बीच बीते सप्ताह हुई बातचीत में बांग्लादेश में लोगों की सुरक्षा पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बांग्लादेश में लोगों की सुरक्षा और वहां लोकतांत्रिक संस्थानों के भविष्य के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की थी।