हमारी आकाशगंगा में मिला हाइपरवेलोसिटी ऑब्जेक्ट अब बेहद तेज गति से अंतरिक्ष की दूसरी दुनिया में जा रहा है। लाल और पीले रंग के एक गोले की तरह दिखने वाला धुंधला से ऑब्जेक्ट हर सेकंड 447 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय कर रहा है। खास बात यह है कि यह बादलों के पूरे एक झुंड के साथ यात्रा कर रहा है। हाइपरवेलोसिटी को नासा के सिटिजन साइंटिस्ट ने खोजा है। यह नासा के बैकयार्ड वर्ल्ड्सः प्लैनेट 9 प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इसके तहत वो लोग जो विज्ञान की दुनिया से जुड़ना चाहते हैं, वो नासा से जुड़ते हैं और अंतरिक्ष में चीजें खोजते हैं। बैकयार्ड वर्ल्ड में नासा के वाइस मिशन की तस्वीरों का अध्ययन करते हैं। इसने पूरे अंतरिक्ष में साल 2009 से लेकर 2011 तक इंफ्रारेड नक्शा बनाया है। इस मिशन को फिर से नियोवाइस के नाम से शुरू किया गया। वैज्ञानिकों के मुताबिक, हाइपरवेलोसिटी का द्रव्यमान किसी छोटे तारे के खत्म होने बराबर है। इसके कोर में हाइड्रोजन भी नहीं है। इसलिए इसे भूरा बौना तारा भी नहीं कहा जा सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, हाइपरवेलोसिटी का द्रव्यमान किसी छोटे तारे के खत्म होने बराबर है। इसके कोर में हाइड्रोजन भी नहीं है। इसलिए इसे भूरा बौना तारा भी नहीं कहा जा सकता है।