भारत ने 2024-25 के वित्तीय वर्ष के लिए भारत से मालदीव को जरूरी चीजों के निर्यात के लिए दो अतिरिक्त बंदरगाहों की घोषणा की है। इन बंदरगाहों में विशाखापत्तनम सागर और कांडला सागर शामिल हैं। मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने एक्स पर एक पोस्ट में इस घोषणा की पुष्टि की है। कांडला और विशाखापत्तनम सीमा शुल्क समुद्री बंदरगाहों को आवश्यक वस्तुओं के निर्यात के लिए अनुमति प्राप्त बंदरगाहों की सूची में जोड़ा गया है। यह उन चार बंदरगाहों के अतिरिक्त है जो पहले से ही उपयोग में थे। केंद्र सरकार ने अधिसूचना संख्या 06/2023 दिनांक 15 04 2024 में संशोधन किया है। भारत-मालदीव व्यापार में वृद्धि दर्ज हुई है। दोनों देशों में व्यापार 2022-23 में 97.337 करोड़ डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 97.856 करोड़ डॉलर हो गया है। भारत द्वारा मालदीव को दी गई बंदरगाहों की राहत से ठीक पहले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने वायनाड में भूस्खलन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा, जिसमें 200 से अधिक लोग मारे गए थे। भारत-मालदीव व्यापार में वृद्धि दर्ज हुई है। दोनों देशों में व्यापार 2022-23 में 97.337 करोड़ डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 97.856 करोड़ डॉलर हो गया है। भारत द्वारा मालदीव को दी गई बंदरगाहों की राहत से ठीक पहले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने वायनाड में भूस्खलन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा, जिसमें 200 से अधिक लोग मारे गए थे।





