संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। कल यानी बीते मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। आज संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में बजट पर चर्चा होनी है, लेकिन विपक्ष के बजट को लेकर विरोध को देखते हुए संसद की कार्यवाही हंगामेदार रहेगी। लोकसभा में तमिलनाडु के सलेम से डीएमके सांसद टी.एम. सेल्वागणपति ने सलेम के पास रेलवे पटरियों पर बाड़ लगाने पर चिंता जताई है। इससे पटरियों के किनारे रहने वाले हजारों किसानों की आजीविका प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा, ‘संपत्ति की बाड़ लगाने के नाम पर, वे रेलवे पटरियों के किनारे रहने वाले लोगों की आजीविका को बाड़ लगा रहे हैं।’ रेलवे पटरियों पर बाड़ लगाने का काम मुख्य रूप से रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है और इससे जानवरों और वाहनों के प्रवेश को भी रोका जाता है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बजट के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा, ‘इस बजट से दिखाई दे रहा है कि सरकार कितनी कमजोर है। हम सब लोग किसान के लिए उसका समर्थन मूल्य मांग रहे थे। हमलोग किसान के लिए पैकेज मांगते हैं, गरीब के लिए पैकेज मांगते हैं लेकिन इस सरकार ने किसको पैकेज दिया, जो सरकार चलवा रहे हैं। सरकार चलाने के लिए पैकेज मिल रहा है। बिहार और आंध्र प्रदेश को पैकेज मिला हम ये नहीं कहते कि पैकेज नहीं मिलना चाहिए। विकास के लिए पैसा मिले लेकिन दूसरे प्रदेशों के साथ भी भेदभाव ना हो, जो एक्सप्रेसवे आप बिहार को दे रेह हैं उसे अगर यूपी से जोड़ देंगे तो देश का ज्यादा भला होगा। उत्तर प्रदेश के साथ भेदभाव हम स्वीकार नहीं कर सकते हैं। पैकेज INDIA गठबंधन वाले भी तैयार रखे हैं अगर पैकेज से ही सरकार बननी है तो।’