प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे के बाद अमेरिका ने प्रतिक्रिया दी। रूस-यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष के बीच अमेरिका चाहता है कि भारत यूक्रेन के लिए शांति हासिल करने के उनके प्रयासों का समर्थन करे। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप-प्रवक्ता वेदांत पटेल ने यह टिप्पणी हाल ही में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई बैठक को लेकर किए गए सवाल के जवाब में की। इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका औपर भारत के संबंधों पर भी प्रकाश डाला। वेदांत पटेल ने कहा, “भारत एक देश बना हुआ है। हम विभिन्न क्षेत्रों में साझेदार हैं। पिछली गर्मियों में जब हमने पीएम मोदी की राजकीय यात्रा की मेजबानी की थी, तब ही यह स्पष्ट हो गया था। इसके अलावा रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में हम यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता पर इसके उल्लंघन के संदर्भ में भारत समेत अन्य भागीदार देशों से यूक्रेन के लिए स्थायी और न्यायपूर्ण शांति के प्रयासों का समर्थन करने के लिए कहना जारी रखेंगे।” अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने रूस से यूक्रेन के संप्रभु क्षेत्र से सेना हटाने के लिए भी कहा। बता दें कि पीएम मोदी आठ और नौ जुलाई को रूस के दौरे पर थे। 2022 में रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद यह पीएम की पहली रूस यात्रा थी। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि इस संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान में संभव नहीं है। शांति प्रयास बम और गोलियों के बीच संभव नहीं। भारत रूस के साथ अपनी विशेष रनीतिक साझेदारी का दृढ़ता से बचाव कर रहा है। रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच भारत ने रूस के साथ संबंधों में गति बनाकर रखा है।