भू–धंसाव के एक साल बाद सीबीआरआई की टीम ने जोशीमठ के भवनों का निरीक्षण फिर शुरू कर दिया है। इस निरीक्षण के तहत नगर में भवनों में आई दरारों की स्थिति का आकलन किया जाएगा। साथ ही यदि कोई नया भवन असुरक्षित श्रेणी में आया होगा या दरार वाला कोई भवन पिछले साल चिह्नित नहीं हो पाया होगा तो उसे भी चिह्नित किया जाएगा।
आपदा के दौरान नगर में 868 भवनों में दरारें चिह्नित की गई थीं जबकि 181 भवन असुरक्षित श्रेणी में रखे गए थे। अब एक बार फिर सीबीआरआई की टीम ने भवनों का निरीक्षण शुरू कर दिया है। जो भवन पिछले साल सर्वे में छूट गए थे उनपर भी निशान लगाए जा रहे हैं साथ ही यदि कोई भवन असुरक्षित श्रेणी में आ रखा है तो उसपर क्रॉस का निशान लगाया जाएगा।