उत्तराखंड में आज सुबह से ही बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में अगले चार दिन प्रदेश भर में कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है। वहीं, कुमाऊं क्षेत्र के जिलों में भारी से भारी बारिश होने के आसार हैं। नैनीताल जिले के हल्द्वानी और उसके आसपास के इलाके में शुक्रवार सुबह से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। बारिश के कारण जहां आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, वहीं लगातार हुई बारिश से दोपहर तक शहर की नहर ओवरफ्लो होनी शुरू हो गई। वहीं, जगह-जगह सड़कों पर जलभराव हो गया है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश होते ही सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेई, उपजिला अधिकारी परितोष वर्मा और तहसीलदार सचिन कुमार मौके के लिए रवाना हो गए। रकसिया नाला, कलसिया नाला, सहित दमवाढुंगा, हाइडल गेट व जल भराव वाले कई इलाकों का निरीक्षण किया। इस दौरान लगातार हो रही बारिश की वजह से जगह-जगह पानी ओवरफ्लो होना शुरू हो गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अभी अगले 24 घंटे मानसून का रेड अलर्ट है। वहीं, चंपावत के एनएच पर स्वांला पर फिर से मलबा आने से यातायात बाधित हो गया है। मलबा आने से करीब 250 यात्री भारी बारिश में फंस गए हैं। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर टनकपुर के ककराली गेट पर चंपावत की तरफ जाने वाले वाहनों को रूक दिया है। टनकपुर एसडीएम आकाश जोशी के नेतृत्व में प्रशासन की टीम खाने के पैकेट और पानी की बोतल समेत अन्य जरूरी सामान के साथ मौके पर रवाना हो गए हैं।
पिथौरागढ़ जिले में मूसलाधार बारिश जारी है। मूसलाधार बारिश के कारण मालबा आने से जिले की 20 सड़कें बंद हैं। धारचूला तवाघाट गुंजी सड़क बंद होने से स्थानीय लोगों के साथ ही कुछ पर्यटक भी फंसे हुए हैं। सड़कें बंद होने से लोगों को पैदल आवागमन करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। लगातार हो रही बारिश के कारण धारचूला में काली नदी का जल स्तर चेतावनी लेवल से ऊपर जा चुका है। गाड़ गधेरे भी उफान पर हैं। प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने की अपील की है।