प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), हैदराबाद ने मेसर्स कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड और उसके प्रमुख संचालक अमरदीप कुमार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 18.14 करोड़ रुपये मूल्य की 12 अचल संपत्तियों को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत 30 जुलाई 2025 को कुर्क किया है।
ईडी की जांच साइबराबाद पुलिस द्वारा दर्ज तीन एफआईआर के आधार पर की जा रही है, जिनमें आरोप है कि कंपनी ने निवेश पर अत्यधिक रिटर्न का झांसा देकर लोगों से करीब 792 करोड़ रुपये की ठगी की।
फर्जी स्कीम और ऐप से रचा गया जाल
ईडी के अनुसार, अमरदीप कुमार ने ‘फाल्कन इनवॉइस डिस्काउंटिंग स्कीम’ के नाम से एक फर्जी योजना चलाई और ‘फाल्कन इनवॉइस’ नामक ऐप बनाकर गूगल, यूट्यूब और सोशल मीडिया के माध्यम से उसका प्रचार-प्रसार किया। निवेशकों को भरोसा दिलाया गया कि उनके पैसे इनवॉइस डिस्काउंटिंग में लगाए जाएंगे और उन्हें अच्छा रिटर्न मिलेगा। लेकिन जांच में सामने आया कि वास्तव में ऐसा कोई कारोबार था ही नहीं।
घोटाले की राशि से जेट, कंपनियों में निवेश और अचल संपत्तियां खरीदीं
ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि घोटाले से अर्जित अपराध की आय (Proceeds of Crime – POC) का इस्तेमाल:
• निजी कंपनियों में इक्विटी निवेश,
• कंपनियों को ऋण,
• एक निजी विमान ‘हॉकर 800ए’ की खरीद,
• कैसीनो में भारी खर्च,
• और परिवार के नाम पर अचल संपत्तियों की खरीद में किया गया।
कुर्क की गई संपत्तियाँ अमरदीप कुमार, उनके परिवार के सदस्यों, और मेसर्स रेट हेल्थकेयर प्रा. लि. व मेसर्स रेट हर्बल प्रा. लि. के नाम पर हैं।
इससे पहले 7 मार्च 2025 को ईडी ने तलाशी अभियान चलाकर उक्त प्राइवेट जेट को जब्त कर लिया था।