बिहार राज्य की राजनीति को बताता है, जहां सत्ता संघर्ष चरम पर है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पास विधानसभा में 128 सीटें हैं, जबकि विपक्षी महागठबंधन के पास 114 सीटें हैं। इस स्थिति में, बिहार की राजनीतिक पार्टियों के बीच बहुमत को लेकर दो-दो आंकड़ों के बीच टकराव है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद इस स्थिति को समझाने का प्रयास किया है। इसके अलावा, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा-सेक्युलर के प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी समझाया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के साथ बिहार में सरकार बनने की उम्मीद है। इस समय लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल अहम भूमिका निभा रही है। इस समाचार से साफ़ है कि बिहार में राजनीति का संघर्ष उच्च स्तर पर है और इसकी अगले कदम पर कई राजनीतिक घटनाएं आ सकती हैं। 12 फरवरी को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नई सरकार बहुमत हासिल कर लेगी। सत्तासीन मंत्री कह रहे हैं कि बहुमत हासिल करना अगर खेला है, तो वह खेल जीत लेंगे।