मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू द्वारा दिए गए बयान के बाद, मालदीव-भारत के रिश्ते में तनाव की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने दिए गए बयान में कहा कि 10 मई के बाद किसी भी भारतीय सैनिक को मालदीव में नहीं रहने दिया जाएगा, और उनका कोई प्रतीक भी नहीं दिखेगा।
इसके बाद, राष्ट्रपति ने भारत के रिपोर्ट को नकारा और कहा कि इससे संदेह और भ्रांति को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने तोड़-मरोड़कर पेश करने वालों का मुख्याधिकारी उठाया। इस बात को उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए जो लोगों में संदेह और भ्रांति का संचार करें।