पूरे हिमालयी क्षेत्र में बीते कुछ घंटों के भीतर अफगानिस्तान, पाकिस्तान, तिब्बत और भारत के हिमाचल प्रदेश एवं लद्दाख हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता तिब्बत में 4.0, पाकिस्तान में 4.6, अफगानिस्तान में 4.3, शिमला में 2.8 और लेह में 3.7 दर्ज की गई।
भूकंप के झटकों से अफगानिस्तान, पाकिस्तान, हिमाचल और लद्दाख के लोगों में दहशत फैल गई, और लोग रात में ही सुरक्षित स्थानों की तलाश में घरों से बाहर निकले। राहत की बात यह रही कि इन सभी घटनाओं में अभी तक किसी भी क्षेत्र से भारी नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं है।
ये सभी इलाके भूगर्भीय रूप से अति संवेदनशील हैं। पिछले वर्षों के अनुभवों और मौजूदा स्थितियों के मद्देनज़र, प्रशासन ने लगातार सतर्क रहने और अधिकाधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि हिमालयी क्षेत्र की प्लेटों की टकराहट की वजह से यहां मामूली से लेकर तीव्र, सभी स्तर के भूकंप संभावित रहते हैं।
प्रभावित इलाकों में लोगों ने बताया कि झटके हल्के व मध्यम स्तर के थे, लेकिन आधी रात को महसूस होने के कारण दहशत का माहौल बन गया। प्रशासन द्वारा स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने का निर्देश जारी किया गया है