उत्तराखंड बोर्ड ने 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम के साथ टॉपर्स की सूची भी जारी कर दी है। इस वर्ष प्रथम स्थान संयुक्त रूप से दो छात्रों ने प्राप्त किया है। कमल सिंह चौहान (विवेकानंद VMIC, मंडलसेरा, बागेश्वर) और जतिन जोशी (HGS SVM IC, कुसुमखेड़ा, हल्द्वानी, नैनीताल) ने 500 में से 496 अंक प्राप्त कर 99.20% के साथ पहला स्थान साझा किया है। दूसरे स्थान पर रही कनकलता, जिन्होंने 495 अंक (99.00%) प्राप्त किए हैं। वह SVM IC, न्यू टिहरी (टिहरी गढ़वाल) की छात्रा हैं और लड़कियों की श्रेणी में भी प्रथम स्थान पर रहीं। तीसरा स्थान भी संयुक्त रूप से तीन छात्रों ने साझा किया है- दिव्यम (गोस्वामी गणेश दत्त SVMIC, उत्तरकाशी), प्रिया (CAIC अगस्त्यमुनि, रुद्रप्रयाग) और दीपा जोशी (PP SVMIC, ननकमत्ता, ऊधम सिंह नगर)। इन सभी ने 494 अंक (98.80%) प्राप्त किए हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले सभी छात्रों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि आप लोग इसी तरह सफलता के नए सोपान छूएं, ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले सभी छात्रों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आप लोग इसी तरह सफलता के नए सोपान छूएं, ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है।
उत्तराखंड बोर्ड रिजल्ट कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के नतीजे एक ही दिन जारी किए गए हैं। दोनों की घोषणा की तारीख और समय एक ही है।
हाईस्कूल में तीसरे नंबर पर दिव्यम गोस्वामी के साथ प्रिया और दीपा जोशी ने 500 में से 494 अंक हासिल किए हैं। तीनों ने 98.80 फीसदी अंक हासिल किए हैं।
हाईस्कूल का कुल परीक्षाफल 90.77 फीसदी रहा है। इसमें 88.20 फीसदी लड़के पास हुए हैं, जबकि 93.25 फीसदी लड़कियां पास हुई हैं। इस बार भी लड़कियों ने ही बाजी मारी है।
उत्तराखंड बोर्ड के रिजल्ट में केशव भट्ट ने इंटर में दूसरा स्थान पाया है। उन्होंने 500 में 489 नंबर पाए हैं, कुल 98.60 फीसदी अंक हासिल किए हैं। आयुष सिंह रावत ने तीसरा स्थान हासिल किया है। उन्होंने 500 में 484 अंक हासिल किए हैं। 96.80 फीसदी नंबर हासिल किए हैं।
उत्तराखंड बोर्ड में इंटर का कुल परीक्षाफल 83.23 फीसदी रहा है। इसमें छात्र 80.10 फीसदी पास हुए हैं, जबकि 86.20 फीसदी छात्राएं पास हुई हैं।