बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ एक बार फिर विरोध के स्वर उठ रहे हैं। छात्र नेतृत्व वाली नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) ने शनिवार को अवामी लीग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। एनसीपी ने दावा किया कि पार्टी ने बांग्लादेश में ‘फासीवाद की स्थापना’ की है। सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल सिटिजन पार्टी ने शाहबाग में एक विरोध रैली की। एनसीपी के सदस्य सचिव अख्तर हुसैन ने विरोध रैली को संबोधित किया। उन्होंने अधिकारियों से अवामी लीग का राजनीतिक दल के रूप में पंजीकरण रद्द करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया। बता दें कि अगस्त 2024 में छात्रों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके बाद अवामी लीग का 16 साल का शासन धराशायी हो गया और शेख हसीना को बांग्लादेश छोड़ना पड़ा। वह वहां से भागकर भारत आ गईं।
एनसीपी के सदस्य सचिव हुसैन ने कहा कि अवामी लीग ने लोकतंत्र को नष्ट करके 2014, 2018 और 2024 में चुनाव के नाम पर बांग्लादेश में फासीवाद की स्थापना की। उन्होंने कहा कि हर बार जब अवामी लीग सत्ता में आती है, तो लोगों को अनिश्चितता में रहना पड़ता है। हुसैन ने कहा, ‘बांग्लादेश के लोगों ने सड़कों पर अपनी जान दी और अवामी लीग के खिलाफ फैसला किया। हम अपने शहीद भाइयों के खून की कसम खाते हैं कि हम अवामी लीग को बांग्लादेश में अपने नाम पर राजनीति नहीं करने देंगे, जब तक हमारे शरीर में खून की एक भी बूंद है। हम बांग्लादेश में फासीवाद और मुजीब विचारधारा की राजनीति को फिर से नहीं आने देंगे।’