Saturday, December 27, 2025

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हरिद्वार गोलीकांड: एम्स ऋषिकेश में गैंगस्टर विनय त्यागी की मौत, पुलिस कस्टडी में हुआ था हमला

ऋषिकेश/हरिद्वार: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के लक्सर में पुलिस अभिरक्षा के दौरान बदमाशों की गोली का शिकार हुए कुख्यात गैंगस्टर विनय त्यागी की शनिवार सुबह मौत हो गई। एम्स ऋषिकेश में पिछले चार दिनों से जीवन और मौत के बीच जूझ रहे त्यागी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।

उपचार के दौरान तोड़ा दम

एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. श्रीलाय मोहंती ने विनय त्यागी की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि शनिवार सुबह लगभग 7:00 बजे उसे मृत घोषित किया गया। 24 दिसंबर को हुए हमले के बाद त्यागी को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। गोलियां लगने से उसकी आंतें फट गई थीं और शरीर के कई अंगों को भारी नुकसान पहुँचा था। डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन कर गोलियां तो निकाल ली थीं, लेकिन उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी और वह वेंटिलेटर पर था।

ट्रैफिक जाम का फायदा उठाकर मारी थी गोली

यह वारदात बुधवार, 24 दिसंबर को उस समय हुई थी जब रुड़की जेल में बंद विनय त्यागी को पुलिस की टीम लक्सर कोर्ट में पेशी के लिए ले जा रही थी। लक्सर बाजार के पास फ्लाईओवर पर गन्ने की ट्रॉली की वजह से लगे ट्रैफिक जाम का फायदा उठाकर दो बाइक सवार हमलावरों ने पुलिस की गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी।

  • हमले का शिकार: इस गोलीबारी में विनय त्यागी को गर्दन, हाथ और छाती में गोलियां लगी थीं।
  • घायल पुलिसकर्मी: हमले में सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे, जिन्हें बाद में उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।

दो आरोपी गिरफ्तार, सुरक्षा में चूक पर गाज

एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने वारदात के अगले ही दिन दो आरोपियों— सनी यादव और अजय कुमार (निवासी काशीपुर) को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के अनुसार, यह हमला पैसों के लेन-देन के विवाद को लेकर पुरानी रंजिश के चलते किया गया था। लापरवाही बरतने के आरोप में एक उप-निरीक्षक और दो कांस्टेबलों को निलंबित भी किया गया है।

परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप

विनय त्यागी की मौत के बाद उसके परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। त्यागी की बहन और बेटी ने आरोप लगाया है कि यह एक सोची-समझी साजिश थी ताकि वह किसी बड़े भ्रष्टाचार या बेनामी संपत्ति से जुड़े राज न खोल सके। परिजनों का दावा है कि उन्होंने पहले ही कोर्ट में सुरक्षा की गुहार लगाई थी, जिसे नजरअंदाज किया गया।

गैंगस्टर विनय त्यागी पर मुजफ्फरनगर, मेरठ और उत्तराखंड में हत्या और लूट जैसे 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे। फिलहाल, पुलिस शव का पोस्टमॉर्टम कराकर आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी है।

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