कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर के लोकसभा में दिए बयान का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के हालात को लेकर चिंतित है। थरूर ने कहा कि ‘साफ संकेत हैं कि हम पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की भलाई को लेकर चिंतित हैं। लेकिन परेशानी ये है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय बातचीत नहीं हो रही है, वरना हम अपनी चिंताओं को सीधे पाकिस्तान के सामने बता सकते थे और समस्या का निवारण करने की मांग कर सकते थे। विदेश मंत्री का बयान पूरी तरह से तथ्यात्मक था और हमें भी इस पर ध्यान देने की जरूरत है कि हमारे पड़ोसी देशों में बेहद परेशान करने वाली स्थिति है।’ उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर नेच लोकसभा में एक प्रश्न के जवाब में कहा, ‘हम पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार पर बहुत बारीकी से नजर रखते हैं। फरवरी (2025) में, हिंदू समुदाय के खिलाफ अत्याचार के 10 मामले और सिख समुदाय से संबंधित तीन घटनाएं हुईं। अहमदिया समुदाय से संबंधित दो मामले और ईसाई समुदाय से संबंधित एक मामला था। हम इन मामलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाते हैं। UNHRC में हमारे प्रतिनिधि ने बताया कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहां ‘मानवाधिकारों का हनन, अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न और लोकतांत्रिक मूल्यों का व्यवस्थित क्षरण राज्य की नीतियां हैं’।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ऑटोमोबाइल पार्ट्ल पर लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ को लेकर थरूर ने कहा कि ‘यह अच्छे हालात नहीं हैं। टैरिफ आज विवाद का कारण बन गए हैं और वो भी ऐसे समय में जब दुनिया को व्यापार, सहयोग और आर्थिक विकास की जरूरत है।’
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी जल्द भारत दौरे पर आ सकते हैं। इसे लेकर थरूर ने कहा कि अभी बैठक का एजेंडा पता नहीं है और यह एक पारस्परिक दौरा है। हमारे प्रधानमंत्री ने रूस का दौरा किया और अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत आ रहे हैं, लेकिन ये अच्छी बात है।