Tuesday, July 22, 2025

Top 5 This Week

Related Posts

हंगामे की भेंट चढ़ा संसद का मानसून सत्र, दूसरे दिन भी नहीं चल सकी कार्यवाही

संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों की कार्यवाही विपक्षी दलों के तीव्र विरोध और नारेबाजी के चलते पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी।

विपक्ष की मांग थी कि बिहार में जारी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा कराई जाए। इन्हीं मुद्दों को लेकर सोमवार को भी संसद नहीं चल पाई थी।

मंगलवार सुबह 11 बजे जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने नारेबाजी और तख्तियों के साथ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विपक्ष से अपील की कि वे चर्चा में भाग लें ताकि किसानों से जुड़े सवालों पर बात की जा सके।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी कहा कि तख्तियां दिखाना और नारेबाजी सदन की गरिमा के खिलाफ है। लेकिन जब हंगामा नहीं थमा तो सदन को पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।

बाद में, जगदंबिका पाल और फिर दिलीप सैकिया की पीठासीन उपस्थिति में सदन दोबारा शुरू किया गया, लेकिन हर बार विपक्षी सांसदों ने वेल में आकर नारेबाजी जारी रखी, जिससे कार्यवाही दोपहर 2 बजे और फिर दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।

सरकार ने विपक्ष के रवैये की आलोचना की
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर दोहरे रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ विपक्ष बहस की मांग करता है और दूसरी तरफ खुद ही बहस में बाधा डालता है। उन्होंने कहा कि सोमवार को हुई बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा को प्राथमिकता देने पर सहमति बनी थी।

सरकार ने दोहराया कि वह हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, लेकिन विपक्ष संसद का कीमती समय बर्बाद कर रहा है।

Popular Articles