टेक्सास/ह्यूस्टन। दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने फिर एक बड़ा अंतरिक्ष कारनामा कर दिखाया है। कंपनी का सबसे शक्तिशाली रॉकेट स्टारशिप मंगलवार (14 अक्टूबर) को सुबह 5:00 बजे टेक्सास के बोका चिका से सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ। यह रॉकेट अब तक का सबसे बड़ा और सबसे ऊंचा है, जिसकी ऊंचाई लगभग 403 फीट, यानी करीब 40 माले की इमारत के बराबर है।
स्टारशिप की यह 11वीं परीक्षण उड़ान थी। रॉकेट ने टेक्सास के दक्षिणी सिरे से गर्जना के साथ उड़ान भरी। सुपर हैवी बूस्टर (रॉकेट का निचला हिस्सा) अलग हुआ और योजना के अनुसार मेक्सिको की खाड़ी में नियंत्रित रूप से प्रवेश किया। वहीं, स्टारशिप का ऊपरी हिस्सा हिंद महासागर में सुरक्षित लैंडिंग से पहले अंतरिक्ष में घुमता रहा।
परीक्षण की पूरी प्रक्रिया लगभग 1 घंटे 6 मिनट चली। इस दौरान स्टारशिप ने अंतरिक्ष में अपने मिशन के तमाम उद्देश्य पूरे किए, जिसमें इंजन संचालन, स्टारलिंक सैटेलाइट की सिम्युलेशन और नियंत्रित लैंडिंग शामिल थे।
स्टारशिप और सुपर हैवी बूस्टर का संयुक्त परीक्षण इस लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि इसका उद्देश्य भविष्य में रॉकेट को पुनः उपयोग योग्य बनाना है। स्पेसएक्स का लक्ष्य है कि यह रॉकेट मंगल ग्रह पर मानव भेजने और चंद्रमा की कक्षा में संचालन के लिए सक्षम हो। एलन मस्क के अनुसार, यह रॉकेट न केवल अंतरिक्ष में उड़ान भरने में सक्षम है, बल्कि इसे वापसी के बाद पुनः लॉन्च के लिए तैयार किया जा सकता है।
स्पेसएक्स ने स्टारशिप को दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली रॉकेट बनाया है। इसका उपयोग न केवल चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिए होगा, बल्कि एलन मस्क का प्रमुख सपना मानव को मंगल ग्रह पर भेजना भी है। आलोचकों ने पहले इसकी तकनीक पर सवाल उठाए थे, लेकिन इस परीक्षण ने स्पष्ट कर दिया कि स्टारशिप नासा की अंतरिक्ष परियोजनाओं और मंगल मिशन के लिए तैयार है।
स्टारशिप का 10वां परीक्षण 27 अगस्त को किया गया था, जो पूरी तरह सफल रहा। उस उड़ान में रॉकेट ने सभी उद्देश्य पूरे किए थे और भविष्य की रीयूजेबल स्पेस मिशन तकनीक के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
एलन मस्क के अनुसार, स्टारशिप पूरा रीयूजेबल वाहन है जिसे चंद्रमा और मंगल ग्रह की सतह तक ले जाकर वापस अंतरिक्ष में लौटाया जा सकेगा। इस सफलता ने स्पेसएक्स को अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण मुकाम तक पहुँचाया है।





