राज्य की स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के मौके पर मुख्यमंत्री ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर राज्य पुलिस बल के सभी अधिकारी और कर्मियों को ‘रजत जयंती पदक’ प्रदान किया जाएगा। यह विशेष सम्मान राज्य के गठन से अब तक पुलिस द्वारा किए गए समर्पित, साहसी और अनुकरणीय कार्यों की सराहना के रूप में दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले ढाई दशकों में राज्य पुलिस ने न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि आपदा प्रबंधन, नक्सल विरोधी अभियानों, महिला सुरक्षा, सड़क सुरक्षा और साइबर अपराधों से निपटने में भी अपनी कार्यकुशलता और संवेदनशीलता का परिचय दिया है। उन्होंने कहा, “राज्य पुलिस हमारी सुरक्षा की रीढ़ है। उनके समर्पण और निष्ठा के कारण ही जनता चैन से रह पाती है। रजत जयंती वर्ष में यह पदक उनके परिश्रम को सम्मानित करने का प्रतीक होगा।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस पदक को विशेष रूप से राज्य की पहचान और गौरव को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जाएगा। पदक वितरण का कार्य रजत जयंती समारोह के तहत आयोजित होने वाले मुख्य राज्य स्तरीय कार्यक्रमों में किया जाएगा।
इस घोषणा से पुलिस बल में उत्साह का माहौल है। पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री के इस निर्णय के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान न केवल प्रत्येक पुलिसकर्मी के मनोबल को बढ़ाएगा, बल्कि आने वाले समय में सेवा के प्रति और अधिक समर्पण की भावना भी जगाएगा।
राज्य की स्थापना वर्षगांठ को लेकर विभिन्न जिलों में भी विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पुलिस विभाग की ओर से इस अवसर पर जन-जागरूकता रैलियां, सम्मान समारोह और सेवा अभियानों की योजना बनाई गई है।
रजत जयंती वर्ष को सरकार राज्य के विकास, सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द के प्रतीक के रूप में मना रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पुलिस बल के आधुनिकीकरण, प्रशिक्षण और कल्याण योजनाओं पर भी सरकार विशेष ध्यान दे रही है ताकि आने वाले वर्षों में राज्य की कानून व्यवस्था और अधिक मजबूत और जनहितकारी बन सके।