अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने स्कॉटलैंड दौरे पर भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। 25 जुलाई से शुरू हुए पांच दिवसीय दौरे के तहत ट्रंप जब एबरडीन और एडिनबर्ग पहुंचे, तो सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप की हालिया आपराधिक सजा, विवादित राजनीति और गाजा संकट जैसे मुद्दों को लेकर नाराजगी जताई।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में “47 अपराधी का यहां स्वागत नहीं है” जैसे पोस्टर लेकर ट्रंप का विरोध किया। ये नारे ट्रंप की आपराधिक सजा के संदर्भ में लगाए गए थे। विरोध जताने वालों ने जेफरी एपस्टीन के साथ ट्रंप की तस्वीरें भी प्रदर्शित कीं, और उन्हें “विभाजनकारी नेता” बताते हुए जमकर नारेबाजी की।
‘यूके स्टॉप ट्रंप कोएलिशन‘ नामक समूह ने टिकटॉक और सोशल मीडिया पर कई वीडियो पोस्ट किए हैं। एक क्लिप में लिखा था,
“डोनाल्ड ट्रंप की गोल्फिंग विजिट के विरोध में एबरडीन प्रदर्शनकारियों से भर गया।”
इस समूह ने ट्रंप के स्कॉटलैंड दौरे को “राजनीतिक छवि सुधारने की कोशिश” करार दिया।
स्कॉटिश पुलिस ने इस यात्रा को देखते हुए ब्रिटेन के अन्य हिस्सों से भी सुरक्षा बलों का सहयोग मांगा।
असिस्टेंट चीफ कांस्टेबल एम्मा बॉन्ड ने कहा कि,
“ट्रंप की यात्रा की सुरक्षा योजना में पिछले साल उन पर हुए जानलेवा हमले को नजरअंदाज करना उचित नहीं होता। इसलिए सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया गया।”
“स्कॉटलैंड अगेंस्ट ट्रंप” संगठन की सदस्य क्रिस्टी हेग ने कहा,
“ट्रंप यहां अपनी छवि को सुधारने के लिए आए हैं, लेकिन हम उन्हें यह मंच नहीं देंगे। स्कॉटलैंड को वह अपनी निजी ब्रांडिंग के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।”
प्रदर्शनकारियों ने गाजा में मानवीय संकट पर ट्रंप की चुप्पी को लेकर भी नाराजगी जताई।
ट्रंप इस दौरान अपने दो प्रतिष्ठित रिसॉर्ट में समय बिता रहे हैं:
- ट्रंप इंटरनेशनल स्कॉटलैंड, एबरडीनशायर
- ट्रंप टर्नबेरी, दक्षिण आयरशायर
हालांकि दौरा आधिकारिक नहीं है, लेकिन इसे व्यक्तिगत ब्रांडिंग और राजनीतिक छवि निर्माण के तौर पर देखा जा रहा है।